बेतिया:नरकटियागंज में 'आपदा में अवसर' का मतलब ही बदल दिया गया है. यहां जुगाड़ से तैयार पुल पर लोगों को पार कराने के एवज में मनमाने तरीके से पैसे वसूले जाते हैं. दरअसल बारिश के बाद नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण पुल बाढ़ की चपेट मेंआ गया. ऐसे में चंद स्थानीय लोगों ने वहां लोहे की चादर डालकर पैसे कमाने का तरीका ढूंढ निकाला. विकल्प नहीं होने के कारण राहगीर मजबूर हैं.
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जुगाड़ का पुल, मजबूरी का सहारा
पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश के बाद नरकटियागंज-बलथर मुख्य मार्ग के हलतलबी नदी पर बना पुल बाढ़ के चपेट में आ गया. जिस वजह से लोगों के सामने आने-जाने की समस्या खड़ी हो गई. ऐसे में कुछ स्थानीय लोगों ने इस मौके का फायदा उठाया और जुगाड़ का पुल तैयार कर दिया.
लोहे की चादर, कमाई का जरिया
डायवर्जन के पास दो से तीन लोहे की चादर रख दी गई. जिससे होकर लोग गुजरते हैं. पैदल तो लोग जाते ही हैं. साइकिल, बाइक और ऑटो को भी धीरे-धीरे पार कराया जाता है. वैसे तो यह पहल काम की कही जा सकती है, लेकिन यहां लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर उनसे मनमाने तरीके से पैसे भी खूब वसूले जाते हैं.