बेतिया: सीपीआई नेता कन्हैया कुमार को बेतिया में लोगों का विरोध झेलना पड़ा. कुछ लोगों ने उनके कारकेड के सामने खड़े होकर 'कन्हैया कुमार गो बैक' के नारे लगाए. कन्हैया एनआरसी और सीएए के विरोध में अपनी 'देश बचाओ नागरिकता बचाओ' यात्रा के लिए बेतिया पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर सीएए और एनआरसी के पक्ष में अपना समर्थन भी जताया.
बेतिया में कन्हैया का विरोध, लगे 'कन्हैया कुमार गो बैक' के नारे
कन्हैया एनआरसी और सीएए के विरोध में अपनी 'देश बचाओ नागरिकता बचाओ' यात्रा के लिए बेतिया पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर सीएए और एनआरसी के पक्ष में अपना समर्थन जताया और 'कन्हैया कुमार गो बैक' के नारे लगाए.
'एकता का संदेश देने के लिए यात्रा'
यात्रा से पहले सीपीआई नेता ने कहा कि देश की आजादी के लिए महात्मा गांधी अंग्रेजों के साथ लड़ाई चंपारण से शुरु की. धीरे-धीरे देश भर में उनकी लड़ाई फैली. महात्मा गांधी का बलिदान दिवस है, गोडसे ने उनकी हत्या कर दी थी. देश भर में उसी गोडसे की विचारधारा फैल रही है. देश का संविधान सबके लिए बराबरी की बात करता है. महात्मा गांधी के संदेश, प्यार और एकता का संदेश देने के लिए ही यहां से इस यात्रा की शुरुआत कर रहे है.
'देश के मूलभूत मुद्दों पर हो बात'
कन्हैया कुमार ने कहा कि देश के मूलभूत मुद्दों पर बात होनी चाहिए. आज हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोगों में नफरत फैलाई जा रही है. स्वास्थ्य, रोजगार पर बाती होनी चाहिए. इसीलिए यात्रा कर रहे हैं. बता दें कि यात्र के तहत पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में मानव शृंखला बनाई जाएगी. पार्टी देश के विभिन्न हिस्सों में भी बापू के स्थल पर भी मानव शृंखला बनाएगी.