बेतिया:बिहार में कोरोना के साथ-साथ बाढ़ कहर बरपा रही है. पश्चिमी चंपारण के बेतिया के कई गांव आज भी जलमग्न हैं. इनतक किसी प्रकार की सरकारी मदद नहीं पहुंची है. ऐसे में, हम लगातार ग्राउंड रिपोर्ट दिखा रहे हैं. इन्हीं खबरों को पढ़ते ही जन सेवा के लिए समाजसेवी मदद को आगे आ रहे हैं.
बीते 7 अगस्त को हमने मझौलिया प्रखंड के डुमरी महनवा पंचायत के वार्ड नंबर 5 की ग्राउंड रिपोर्ट दिखाई थी. यहां कोहडा हरिजन टोली के बाढ़ पीड़ितों तक किसी प्रकार की कोई सरकारी मदद नहीं पहुंची थी. लोग परेशान और बेहाल थे. इस खबर को पढ़ते ही समाजसेवी मैरी एडलीन मदद को आगे आईं. उन्होंने ईटीवी भारत के संवाददाता से संपर्क कर इस गांव के लोगों को मदद मुहैया कराने की बात की. तय समय और राहत सामग्री के साथ वो मौके पर पहुंची.
खिल उठे बाढ़ पीड़ितों के चेहरे
कोहडा हरिजन टोली में लगभग 200 बाढ़ पीड़ित हैं. इन लोगों के पास अभी तक कोई भी सरकारी राहत नहीं पहुंची हैं. लेकिन जैसे ही समाजसेवी मैरी एडलीन राशन लेकर पहुंची, इन बाढ़ पीड़ितों के चेहरा खिल उठे. कोहडा हरिजन टोली में जाने का कोई रास्ता नहीं है. इस गांव में जाने के लिए एक नाव ही मात्र सहारा है. जिसके बाद वहां के बाढ़ पीड़ितों ने तुरंत एक नाव की व्यवस्था की और उस पर समाजसेवी मैरी एडलीन और उनके सहयोगियों को लेकर गांव में पहुंचे.
यहां राहत सामग्री मिलते ही बाढ़ पीड़ितों के चेहरे खिल उठे. मैरी एडलीन ने खाद्य सामग्री के साथ-साथ सभी को कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क भी बांटा और इसे पहने रहने की सलाह दी.