पश्चिम चंपारणःलोक आस्था का महापर्व छठ पूजा(Chhath Puja 2021) उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया. इस बीच बगहा से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुनकर आपकी आखें जरूर नम हों जाएंगी. बगहा में एक छठ व्रती महिला ने अपने बेटे के गम में घाट पर ही दम तोड़ दिया. मरने से पहले महिला ने कई बार अपने बेटे को याद किया और डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के तुरंत बाद वो चल बसी.
ये भी पढ़ें-मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा में विदेशी और मुस्लिम महिला समेत 200 बंदियों ने किया छठ
भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य देते हुए महिला ने बेटे के गम में बस इतना ही कहा कि "अबकी बार हमार सोनवा घटे ना आईले हे छठ मैया" और यह कहते हुए बेहोश हो गई. इसके बाद अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतका की पहचान रामपुर पंचायत स्थित मलाही टोला निवासी बंशीनाथ शाह की पत्नी सीता देवी के रूप में हुई है.
सीता देवी अपने परिवार वालों के साथ घर से कुछ ही दूर पर स्थित मलाही टोला घाट पर छठ करने के लिए गईं थी. ग्रामीणों ने बताया कि जैसे ही महिला घाट पर पहुंची छठ पूजा शुरू हुई. उसी समय महिला अपने पुत्र को याद कर चीख मारकर रोने लगी और उनकी सांस फूलने लगी. छठ कमेटी के लोग महिला को उठाकर अस्पताल ले गए. लेकिन महिला की रास्ते में ही मौत हो गई.