पश्चिमी चम्पारण(बेतिया):बक्सर(Buxar) जिले के चर्चित एंबुलेंस मामले (Ambulance case) को प्रमुखता से सामने लाने वाले ETV Bharat के पत्रकार उमेश पांडेय (Umesh Pandey Buxar Reporter)पर एफआईआर(FIR) दर्ज किये जाने को लेकर बिहार सरकार चौतरफा घिरती जा रही है. सिकटा विधानसभा से माले विधायक ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने इस मामले पर सरकार की आलोचना की है.
सड़क से सदन तक होगा विरोध
विधायक वीरेंद्र गुप्ता(MLA Vijendra Gupta) ने बताया कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे (Union Minister of State Ashwini Choubey ) प्रकरण में जो एंबुलेंस का उद्भेदनईटीवी भारत के संवाददाता उमेश पांडे (Umesh Pandey Buxar Reporter) ने किया था, उस पर जो प्राथमिकी दर्ज हुई है. उसका भाकपा-माले विरोध कर रही है. सड़क से सदन तक इसका विरोध किया जाएगा. विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने पत्रकार के ऊपर हुए प्राथमिकी को सरकार बिना शर्त अविलंब वापस ले. पत्रकार पर मुकदमा दर्ज करना लोकतंत्र का गला घोटने के समान है.
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'बक्सर संवाददाता ईटीवी भारत के उमेश पांडे के ऊपर जो प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज की है, उससे यह साबित होता है कि मीडिया की आजादी खतरे में आ गई है. चार-चार बार एक हीं एंबुलेंस का उद्घाटन होना और उस उद्घाटन का पर्दाफाश करने वाले पत्रकार पर प्राथमिकी दर्ज होना मीडिया की आजादी पर चोट है. इसका भाकपा माले विरोध कर रही है और भाकपा माले सड़क से लेकर सदन तक इस मामले को उठायेगी. सरकार को इस मामले को अविलंब वापस लेना होगा'.- विरेंद्र गुप्ता, विधायक
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बता दें कि बक्सर से ईटीवी भारत संवाददाता उमेश पांडे के ऊपरएंबुलेंस मामलेमें भाजपा नेता परशुराम चतुर्वेदी ने बक्सर के सदर थाना में एक एफआईआर दर्ज कराई है. एफआईआर में कई धाराओं के तहत आरोप लगाया गया है.