पश्चिम चंपारण : बगहा में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि हो रही है. इसको देखते हुए सरकार ने विभिन्न गाइडलाइंस जारी किए हैं. कई तरह की पाबंदी भी लगाई गई है. लेकिन बस स्टैंड पर जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. लिहाजा मजदूर बिना कोविड जांच कराए अपने घरों का रुख कर रहे हैं.
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जांच की व्यवस्था नहीं
दरअसल, जिले में प्रतिदिन पंजाब, हरियाणा, गुजरात जैसे राज्यों से प्रवासी मजदूर बसों द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लौट रहे हैं. जिनके जांच के लिए प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की है. थरुहट की राजधानी में सैकड़ों लोग बिना जांच कराए ही घर चले गए. दरअसल, आदिवासी बहुल इलाका हरनाटांड़ में प्रतिदिन की तरह रविवार को भी दर्जनों प्रवासी मजदूर गुजरात और हरियाणा से बसों से आए. बिना जांच कराए अपने घरों को रवाना हो गए. जब इस बाबत मजदूरों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उपस्वास्थ्य केंद्र में जांच की कोई व्यवस्था ही नहीं है.
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आम लोगों की भी नहीं हो रही जांच
इतना ही नही दूर दराज के ग्रामीण इलाकों से कोविड टेस्ट कराने आने वाले लोगों का भी उपस्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में जांच नहीं किया जा रहा है. जिससे लोग परेशान हो रहे हैं. रविवार को कई गांवों और शहरों से पहुंचे लोगों ने कोरोना जांच के लिए घंटों इंतजार किया लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी. उपस्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक का कहना है कि बस स्टैंड पर जाकर कोविड टेस्ट की कोई प्रक्रिया या व्यवस्था नहीं है. पुलिस का काम है कि वह बाहर से आनेवाले सभी प्रवासी मजदूरों को अस्पताल पहुंचाएं ताकि उनका जांच किया जा सके.
प्रवासियों की नहीं हो रही कोरोना जांच