बगहा:लॉकडाउन के कारण गरीब लोग और मजदूरों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं, प्रवासी मजदूर पैसे की किल्लत के कारण पैदल या साइकिल से ही अपने घर जा रहे हैं. इसी कड़ी में जिले का एक मजदूर गोलू हरियाणा से साइकिल चलाकर पत्नी और बच्चों के साथ बगहा पहुंच गया.
बताया जाता है कि हरियाणा की एक कंपनी में काम करने वाले मजदूर गोलू को लॉकडाउन के कारण पैसे की कमी होने लगी. पहले तो मकान मालिक ने 2 महिने का रूम रेंट नहीं लिया. लेकिन जब खाने की भी दिक्कत होने लगी तो उसने साइकिल से ही वापस घर जाने का निर्णय लिया. उसने अपने 7 माह के बच्चे और अपनी पत्नी को लेकर 2 सप्ताह तक साइकिल चलाकर हरियाणा से बगहा पहुंच गया.
हरियाणा से साइकिल चलाकर बगहा पहुंचा मजदूर बगहा में करवाया मेडिकल चेकअप
बगहा पहुंचने के बाद गोलू ने गांव जाने से पहले अपने परिजनों को फोन कर इसकी जानकारी दी. फिर जिला प्रशासन को सूचित कर मेडिकल चेकअप के लिए बगहा अनुमंडलीय अस्पताल गया. जहां उसकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई. फिर उसे क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया गया.
दो बार हुई थर्मल स्क्रीनिंग लेकिन कोई मदद नहीं
हरियाणा से बगहा पहुंचे मजदूर गोलू ने रास्ते के बारे में बताया कि उसके पास जितने पैसे थे, उससे किसी तरह से रुखा सूखा खा लेते थे. हालांकि बच्चे के लिए कहीं दुध की कमी नहीं हुई. क्योंकि हरेक जगह पर डेयरी खुले हुए थे. साथ ही उसने बताया कि रास्ते में दो जगहों पर थर्मल स्क्रीनिंग हुई, लेकिन कही भी घर तक पहुंचाने का प्रबंध नहीं किया गया.