बेतिया: लॉक डाउन के कारण बिहार के मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं. वहीं, कुछ मजदूर पैदल ही दूसरे राज्यों से बिहार पहुंच रहे हैं. गोरखपुर में रह रहे दरभंगा के 15 मजदूरों के सामने भोजन की समस्या उत्पन्न होने पर पैदल ही घर की तरफ चल दिए. सभी मजदूर रेलवे ट्रैक के सहारे पैदल 200 किमी का सफर तय कर बगहा के रामपुर चेकनाका पहुंचे. जहां, अर्बन पीएचसी में स्क्रीनिंग कर क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया गया.
दरभंगा के लिए रेलवे ट्रैक पकड़ पैदल चले प्रवासी मजदूर, बीच में ही भेजे गए क्वॉरेंटाइन सेंटर - रेलवे ट्रैक के सहारे बगहा पहुंचे
गोरखपुर में रह रहे दरभंगा के मजदूर रेलवे ट्रैक पकड़ कर बगहा पहुंचे. जहां, सभी का स्क्रीनिंग कर बीडीओ के आदेश पर 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भेज दिया गया है.
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लॉक डाउन की तारीख बढ़ने से प्रवासी दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट मंडराने लगा है. वहीं, अब सब्र का बांध भी टूट रहा है. दरअसल, गोरखपुर में रह रहे दरभंगा के 15 मजदूरों के सामने भूखमरी की समस्या आ गई. वहीं, घर पर गेंहू की फसल काटने की चिंता सताने लगी. ऐसे में सभी मजदूर पैदल ही घर की तरफ चल दिए. हालांकि, घर पहुंचने से पहले ही बगहा के रामपुर चेकनाका में ग्रामीणों ने बगहा अर्बन अस्पताल के डॉक्टर राजेश सिंह को सूचित किया. जहां, सभी को पीएचसी में स्क्रीनिंग कर 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है.
लॉक डाउन पर मजदूरों की मजबूरी पड़ रहा भारी
मजदूरों ने बताया है कि उनके पास खाने के लिए के लिए कुछ भी नहीं बचा. दूसरी तरफ घर परिवार वाले चिंतित थे. घर में लोगों के अभाव के कारण गेंहू की फसल की भी कटाई नहीं हो पा रही है. अपना दुखड़ा सुनाते हुए मजदूर कहते हैं कि गेहूं की फसल ओले और बारिश के भेंट न चढ़ जाए इसलिए पैदल ही गांव के लिए चल पड़े.