बेतिया(वाल्मीकिनगर):मुख्यमंत्री के हर खेत तक सिंचाई के लिए बिजली पहुचाने का लक्ष्य मंझरिया में काफी हद तक पूरा हो चुका है. यहां पर अब बिजली से ही खेतों की सिंचाई कार्य शुरू हो गया है. इससे किसानों में खुशी का माहौल है.
बिजली से खेतों की सिंचाई होने के कारण किसानों को डीजल पर होने वाली महंगी खर्च से राहत मिली है. बता दें कि मंझरिया में हरेक खेतों तक बिजली का पोल पहुंचा दिया गया है. साथ ही सभी किसानों को बिजली का कनेक्शन भी दे दिया गया है. कनेक्शन मिलने के बाद किसान आराम से कम खर्च में सिंचाई कर ले रहे हैं.
किसानों को हो रहा फायदा
किसानों ने बताया कि डीजल के दामों में वृद्धि से खेतों की सिंचाई करना मुश्किल हो रहा था. वहीं, खेती करने में लागत भी ज्यादा लग रहा था. लेकिन अब बिजली मिलने से राहत है. आसानी से खेतों की सिंचाई कर पा रहे हैं.
बिजली के लिए किया गया था विरोध प्रदर्शन
इसके अलाव किसानों ने बताया कि वो सभी सिंचाई के लिए बिजली की मांग काफी समय से कर रहे थे. इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था. किसानों के विरोध प्रदर्शन के बाद बिजली विभाग के जेई अजित कुमार और बिजली कर्मी प्रदीप बैठा की कोशिशों के कारण सिंचाई के लिए खेतों तक बिजली आपूर्ति शुरू हो गई.
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पंपिंग सेट की कीमतों में अंतर
किसान परमानंद कुशवाहा, सुरेश कुशवाहा, सीताराम चौहान, अभिषेक कुशवाहा और केदार प्रसाद सहित कई किसानों ने बताया कि मंझरिया पंचायत में डीजल पंपिंग सेट के अलावे कोई भी सिंचाई का साधन नहीं था. अब बिजली की आपूर्ति शुरू होने से किसानों को एक और विकल्प मिल गया है. वहीं, डीजल पंपिंग सेट की कीमत वर्तमान में 30 से 35 हजार रुपये हैं, जबकि बिजली से चलने वाले मोटर पंपिंग सेट की कीमत मात्र 15 से 17 हजार रुपये है. किसान मोटर पंपिंग सेट खरीद सकते हैं.
खेत की रसीद और आधार कार्ड के साथ करें आवेदन
इसके अलावा किसानों ने मांग करते हुए कहा कि जो किसान बिजली कनेक्शन से वंचित रह गए हैं, अगर उन्हें कनेक्शन मिल जाता तो काफी फायदा होता. इस पर जेई ने कहा कि जिस किसान को कनेक्शन नहीं मिला है वो खेत की रसीद और आधार कार्ड के साथ आवेदन कर कनेक्शन ले सकते हैं.