बेतिया : अयोध्या में राम लला मंदिर के स्थापना से पहले प्रभु राम की ससुराल जनकपुर धाम (नेपाल) से 1100 भार (टोकरी) लेकर जानकी मंदिर से 251 लोगों का जत्था अयोध्या जा रहा है. इस दौरान जानकी मंदिर से चले हुए जत्थे का बेतिया में भव्य स्वागत किया गया. उन्हें यहां भोजन कराकर फिर से अयोध्या की ओर रवाना किया गया. नेपाल के जनकपुरधाम से जो जत्था अयोध्या जा रहा है उसमें महिलाएं काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि माता सीता हमारी बहन हैं और श्री रामचंद्र प्रभु हमारे जीजा हैं. आज हम अपनी बहन के ससुराल जा रहे हैं.
22 जनवरी को रामलला के मंदिर की स्थापना: गौरतलब है कि 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य रामलला मंदिर की स्थापना होने वाली है. उसी दिन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों में भी बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है. राम मंदिर में भगवान श्री राम को विराजमान करने के लिए 22 जनवरी 2024 का दिन तय किया गया है. जिसे लेकर जनकपुरधाम नेपाल के जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत रोशन दास बैष्णव की अगुवाई में 251 लोगों का जत्था भी अयोध्या जा रहा है. जनकपुरधाम से जो महिलाएं अयोध्या जा रही है वह काफी खुश हैं.
'अपनी बहन के गृह प्रवेश में जा रहे हैं': भार यात्रा में शामिल महिलाओं ने कहा कि वह अपनी बहन सीता के ससुराल जा रही हैं. श्री रामचंद्र जी उनके जीजा हैं. हम अपने जीजा के घर जा रहे हैं. इस दौरान जनकपुरधाम की महिलाएं गीत गा रही थीं. मैथिली भाषा में उन्होंने गीत गाये. वह हंसी मजाक करती हुईं, उत्साहित होकर और खुशी से अयोध्या के लिए रवाना हुईं. इस दौरान उनके अंदर काफी उत्साह दिख रहा था. जैसे मानो वह अपने बहन के ससुराल जा रही हों. उनके अंदर वह उत्साह नजर आ रहा था.