पश्चिम चंपारण(बेतिया): बिहार के कई जिले बाढ़ का दंश (Flood Situation in Bettiah) झेल रहे हैं. लोगों की खुशियों पर पानी फिर गया है. जिनकी शादियां हैं सबसे ज्यादा परेशानी उनको उठानी पड़ रही है. सिकटा प्रखंड के सरगटिया पंचायत के सुंदरगांव से दूल्हा ब्याह करने पहाड़पुर नाव पर सवार होकर पहुंचा.
यह भी पढ़ें-ना बिजली है ना सड़क, कंधे से मंडप पहुंचाएं जाते हैं दूल्हे, जानें गांव की पूरी हकीकत
नाव पर दूल्हा
सिकटा प्रखंड से बारात पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर जाने वाली थी. लेकिन लगातार हो रही जिले में बारिश के कारण सिकटा प्रखंड के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. गांव से आने जाने का कोई रास्ता नहीं है. अगर गांव से निकलना है तो नाव ही एकमात्र सहारा है. ऐसे में इस दूल्हे का सहारा भी नाव ही बना और आज दूल्हा नाव के सहारे बारात लेकर शादी करने जा रहा है.
यह भी पढ़ें-विवाह मंडप में बैठे दूल्हे को उठा ले गई पुलिस, लड़के के छोटे भाई से हुई दुल्हन की शादी
4 किमी जाने में लगे 4 घंटे
सिकटा प्रखंड के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. सिकटा प्रखंड के सरगटिया पंचायत के सुंदरगांव की बारात चार बजे ही निकल चुकी थी. लेकिन नदी का बहाव व बाढ़ के कारण लगभग 3 से 4 किलोमीटर की दूरी को तय करने में 4 घंटे लग गए.
नाव पर सवार हो पहुंचा दूल्हा क्या कहना है दूल्हे का...
दूल्हे का कहना है कि बारिश तेज थी और गांव में बाढ़ का पानी था. तेज हवा के कारण नाव भी अपना दिशा बदल रहा था. जिस कारण आने में काफी देरी हो गई. अगर गांव में सड़क रहती तो आज यह गांव की स्थिति नहीं होती. यहां के ग्रामीण सड़क के लिए वर्षों से परेशान हैं. इनका कहना है कि हर साल हमारे गांव बाढ़ की चपेट में आते हैं. लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
बता दें कि जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और नदियों का पानी तेजी से गांव में प्रवेश कर रहा है. सिकटा प्रखंड के कई गांव में बाढ़ का पानी घुस चुका है. लोग बाढ़ के पानी से त्राहिमाम कर रहे हैं. कई गांव ऐसे हैं जहां पर जाने का कोई रास्ता ही नहीं है. गांव में जाने के लिए नाव ही एकमात्र सहारा है.