बेतिया:प्रदेश में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं से लोग सहमे हुए हैं. लड़कियों को भी घर से अकेले निकलने में अब डर लगता है. देश में दुष्कर्म की लगातार बढ़ रही घटना से बेतिया शहर की लड़कियां भी डरी-सहमी हैं.
बेतिया: खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं लड़कियां, प्रशासन से लगाई सुरक्षा की गुहार
एमजेके कॉलेज की एक छात्रा की मानें तो उसे लगभग 3 साल से लड़कों की ओर से लगातार परेशान किया जा रहा था. लेकिन वो समाज और परिवार के डर से किसी को ये बात नहीं बताना चाहती थी. उसे डर लगता था कि उसके घर वाले ये जानेंगे तो उसका कॉलेज जाना बंद कर देंगे.
'सख्त कानून लाने की है आवश्यकता'
लड़कियों की मानें तो सरकार को सख्त कानून लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज को जागरूक करने की जरूरत है. मेंटल हेल्थ पर काम करने की जरूरत है. स्कूल में बचपन से ही बच्चों को जागरूक करने की आवश्यकता है. जिससे हर किसी के अंदर कानून का डर बन सके. वहीं, कुछ कॉलेज के छात्रों की मानें तो हमारे देश की कानून व्यवस्था बहुत ही लाचार हो गई है. इसके लिए कानून को ज्यादा से ज्यादा सख्त करने की जरूरत है.
'सोच बदलने की है जरूरत'
एमजेके कॉलेज की एक छात्रा की मानें तो उसे लगभग 3 साल से लड़कों की ओर से लगातार परेशान किया जा रहा था. लेकिन वो समाज और परिवार के डर से किसी को ये बात नहीं बताना चाहती थी. उसे डर लगता था कि उसके घर वाले ये जानेंगे तो उसका कॉलेज जाना बंद कर देंगे. ऐसे में ये समाज और परिवार के लोगों को भी अपनी सोच बदलने की जरूरत है. ताकि लड़कियां अपनी बातों को अपने माता-पिता से बोल सके. वहीं, जब लड़कियों की सुरक्षा पर बेतिया एसपी निताशा गुड़िया से बात करने की कोशिश की गई तो एसपी ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.