बेतियाः वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व वन प्रमण्डल के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र की लगातार निगरानी की जा रही है. इन दिनों सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगातार हाथी से गश्त की जा रही है. दरअसल गण्डक नदी के जल स्तर कम होने के कारण कुछ लोग वन संपदा को नुकसान पंहुचाने के लिए सक्रिय हो जाते हैं.
बेतियाः वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में गश्ती तेज, हाथी पर सवार होकर कर रहे निगरानी - monitoring with elephant
वन संपदा की निगरानी के लिए वन विभाग की टीम हाथी से निगरानी कर रही है. ताकि वन संपदा को कोई भी नुकसान न पहुंचा पाए.
![बेतियाः वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में गश्ती तेज, हाथी पर सवार होकर कर रहे निगरानी हाथियों से निगरानी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10186622-1094-10186622-1610259963868.jpg)
वन सुरक्षा के लिए टीम गठित
वन संपदा की सुरक्षा के लिए वन विभाग टीम गठित की गयी है. जिसको लेकर टीम लगातार गश्ती कर रही है. टीम ने तस्करी के लिए काटी गई लकड़ी और वन्यजीवों को नुकसान पंहुचने के लिए इलेक्ट्रिक तार और जाल को जब्त कर चुकी है. जिसकी सुरक्षा को और सख्त करने के उद्देश्य से हाथी से भी गश्त लगाई जा रही है. जंगल की सुरक्षा के लिए बेंगलुरु से चार हाथी मणिकंठा, बाला जी, द्रोण और राजा को लाया गया है, जोकि पहले से प्रशिक्षित हैं.
वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के जटाशंकर वन क्षेत्र, भेड़िहारी वन क्षेत्र,चुलभट्ठा वन क्षेत्र में लगातार हाथी से गश्त किया जा रहा है ताकि वन अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके. हांथी के साथ वन्यकर्मियों की टीम भी लगातार गश्त में लगे हुए हैं. महेश प्रसाद, वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र, पदाधिकारी