बगहा: इंडो-नेपाल सीमा स्थित वाल्मीकिनगर गंडक बराज से सोमवार की रात 2 लाख 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिसके बाद एक बार फिर जिले में हालात बिगड़ गए हैं. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद गंडक नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ तो तीसरी बार झंडू टोला स्थित एसएसबी कैंप में पानी घुस गया है. जिससे एसएसबी जवानों की परेशानी बढ़ गई है.
गंडक बराज से पानी छोड़े जाने के बाद फिर बिगड़े हालात, SSB कैंप में घुसा पानी - बगहा में बाढ़ की समस्या
वाल्मीकिनगर गण्डक बराज से सोमवार की रात 2 लाख 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे जिले के निचली इलाके सहित झंडू टोला स्थित एसएसबी कैम्प में पानी घुस गया है. इससे स्थानीय लोगों के साथ एसएसबी जवानों की परेशानी बढ़ गई है. हालांकि नेपाल में हो रही बारिश से नदी के जलस्तर में बढोत्तरी होने की संभावना जताई जा रही है.
![गंडक बराज से पानी छोड़े जाने के बाद फिर बिगड़े हालात, SSB कैंप में घुसा पानी Flood water enters SSB camp due to gandak river in Bagaha](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-8374199-thumbnail-3x2-bihar.jpg)
गंडक नदी में छोड़ा गया 2 लाख से ज्यादा क्यूसेक पानी
बता दें कि वाल्मीकिनगर स्थित गण्डक बराज नियंत्रण कक्ष की ओर से गण्डक नदी में सोमवार की देर रात पानी छोड़ा गया. जिससे गण्डक नदी के निचले इलाकों खासकर चकदहवा, झंडू टोला और पिपरासी प्रखण्ड के सेमरा लबेदहा सहित कई क्षेत्रों में फिर से बाढ़ का पानी घुस गया. हालांकि कुछ दिनों पहले इन इलाकों में बाढ़ के पानी में कमी आई थी. लेकिन फिर से बढ़ोत्तरी हो गई है.
जलस्तर बढ़ने की संभावना
बताया जा रहा है कि सोमवार की देर रात गंडक नदी का जलस्तर 2 लाख 10 हजार क्यूसेक पहुंचने के बाद जलस्तर में फिर से मामूली गिरावट हुई है. मंगलवार की सुबह गंडक नदी का जलस्तर 1 लाख 86 हजार हो गया है. लेकिन नेपाल में हो रही बारिश को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि जलस्तर में वृद्धि हो सकती है. इससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किल बढ़ सकती है.