बेतिया:बिहार केबेतिया में बाढ़(Flood In Bettiah) से स्थिति भयावह हो गयी है. नौतन प्रखंड के शिवराजपुर पंचायत की लगभग आधी आबादी बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ से हालात इतने खराब है कि पंचायत के 7 वार्ड टापू में तब्दील हो गए हैं. इलाके के लोग किसी तरह गांव से बाहर निकल रहे है. ग्रामीणों का आरोप है कि इतनी भयावह स्थिति के बाद भी प्रशासन की तरफ से पीड़ितो के लिए कोई इंतजाम नही किया गया है.
ये भी पढ़ें-ग्राउंड रिपोर्ट: बेतिया में बाढ़ से लोगों का हाल बेहाल, खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर
नहीं पहुंच रहीं है कोई सरकारी मदद:नौतन प्रखंड के शिवराजपुर पंचायत कि लगभग 4000 की आबादी बाढ़ के पानी से घिरी हुई है. शिवराजपुर पंचायत के 7 वार्ड चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है. जिससे पुरा इलाका टापू में तब्दील हो गया है. पीड़ितो का कहना है कि अब तक कोई भी सरकारी मदद नहीं पहुंची है.
ग्राउंड जीरो पर पहुंची ईटीवी भारत की टीम:बाढ़ से तबाही के मंजर के बीच ईटीवी भारत की टीम जब हालात का जायजा लेने ग्राउंड जीरो पर पहुंची, तो वहां के लोगों का हाल बेहाल दिखा. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि पिछले 4 दिनों से शिवराजपुर पंचायत के लगभग 7 वार्ड चारों तरफ से पानी से घिर गया है. लेकिन अभी तक सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं की गई. कोई अधिकारी इस गांव का जायजा लेने नहीं आए. बाढ़ पीड़ित राहत का इंतजार कर रहे हैं. गौैरतलब है कि इस इलाके में हर साल बाढ़ से तबाही मचती है लेकिन प्रशासन अभी तक लोगों को बाढ़ से निजात नहीं दिला पाए हैं.
गंडक बैराज से छोड़ा गया पानी:जानकारी के मुताबिक वाल्मीकिनगर के गंडक बैराज से छोड़े गए चार लाख चालीस हजार क्यूसेक पानी के कारण नौतन प्रखंड में तबाही का मंजर दिख रहा है. जिससे नौतन प्रखंड के शिवराजपुर, भगवानपुर, मंगलपुर कला पंचायत के कई गांव टापू बन गये है. बाढ़ पीड़ित चंपारण तटबंध पर शरण लेने को मजबूर है. पिछले तीन से चार दिन तक नौतन प्रखंड के कई पंचायत में बाढ़ का पानी रहा. इसके बावजूद भी प्रशासन की तरफ से कोई तैयारी नहीं की गई.
सीएम के निर्देश का नहीं हुआ पालन: हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) वाल्मीकिनगर गंडक बैराज पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था. उन्होंने अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए थे कि बाढ़ पीड़ितों का विशेष ध्यान रखा जाए. लेकिन सीएम के निर्देश का धरातल पर पालन होता नहीं दिख रहा है. परेशान बाढ़ पीड़ित पिछले तीन दिन से सरकारी सहायता की राह देख रहे हैं. बावजूद इसके ना तो आपदा विभाग और ना ही जिला प्रशासन की टीम गांव पहुंची है.
SSB कैम्प समेत निचले इलाकों में घुसा पानी: नेपाल में हो रही भारी बारिश से पश्चिम चंपारण में नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है. इंडो-नेपाल सीमा स्थित वाल्मीकिनगर गंडक बैराज (Valmikinagar Gandak Barrage) से 4 लाख 40 हजार 750 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद जिले में हालात बिगड़ गए हैं. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद गंडक नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ, तो झंडू टोला स्थित एसएसबी कैंप में पानी घुस गया है. जिससे SSB जवानों की परेशानी बढ़ गई है.
ये भी पढ़ें-बेतिया ग्राउंड रिपोर्ट: बहुअरवा पंचायत की रोड गड्ढे में तब्दील, हादसे को निमंत्रण दे रही सड़क