बेतिया:नौतन प्रखंड के विशंभरपुर पंचायत के विशंभरपुर गांव और भगवानपुर गांव में सैकड़ों बाढ़ पीड़ित फंसे हैं. इलाके के गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सब गांव में बाढ़ के पानी के बीच फंसे है. हैरानी की बात ये है कि अब तक कोई प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ पीड़ितों की सुध लेने नहीं पहुंचा है.
टापू में तब्दील हुए गांव
नौतन प्रखंड के विशंभरपुर और भगवानपुर गांव एक बार फिर डूब गए हैं. 200 से 250 सौ घर वाला यह गांव टापू में तब्दील हो गया है. आने-जाने के लिए नाव ही सहारा है. तीन दिन से भारी बारिश और गंडक बराज से पानी छोड़े जाने पर यह गांव दुबारा डूब गया है. अभी दो महीने पहले ही ये गांव डूबा था. महीनों तक बाढ़ पीड़ितों ने चंपारण तटबंध पर शरण ली थी.