पश्चिमी चंपारणःजिले के कई गांवबाढ़ की चपेट (Flood In Many Villages) में हैं. मुख्य सड़क और प्रखंडों से कई गांवों का संपर्क टूट चुका है. सरगटिया पंचायत का बिरहट गांव (Birhat Village) टापू बना हुआ है. इसके साथ ही सिकटा प्रखंड के कई गांव के लोगों के आवागमन के लिए निजी नाव ही सहारा है. बाढ़ की विभीषका झेल रहे ग्रामीणों ने अपना दर्द बयां किया है.
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"गांव में आने जाने का रास्ता बंद हो चुका है. निजी नाव ही आने जाने का एकमात्र सहारा है. सरकार की ओर से किसी तरह की सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई है. सबसे बड़ी चिंता इस बात कि है कि अगर रात के वक्त गांव में कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे वहां से बाहर ले जाने का कोई रास्ता नहीं है. वजह ये कि रात में नाव नहीं चलता."- ग्रामीण