पश्चिम चंपारण: जिले के नयागांव रामपुर पंचायत में 2008 में बना नलकूप खंडहर में तब्दील हो गया है. सरकारी उदासीनता का आलम यह है कि दशकों बीत जाने के बाद भी यह नलकूप अब तक चालू नहीं हुआ है. यह किसानों के लिए महज दिखावा भर बन कर रह गया है.
बगहा: 12 साल पहले बने नलकूप को लगा जंग, ग्रामीण कर रहे हैं चालू होने का इंतजार
किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा मुहैया कराने के लिए नलकूप योजना के तहत वर्ष 2008 में 58 लाख की लागत से नयागांव में नलकूप का निर्माण हुआ. नलकूप में सभी उपकरण लगा दिए गए. इसके बावजूद अब तक इससे पानी की सप्लाई नहीं दी गई है.
'नलकूप योजना के तहत नाबार्ड की राशि से बना नलकूप'
किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा मुहैया कराने के लिए नलकूप योजना के तहत वर्ष 2008 में 58 लाख की लागत से नयागांव में नलकूप का निर्माण हुआ. नलकूप में सभी उपकरण लगा दिए गए. इसके बावजूद अब तक इससे पानी की सप्लाई नहीं दी गई है. किसानों का कहना है कि पम्प सेट और भगवान भरोसे किसान पटवन करते आ रहे हैं. अगर यह नलकूप चालू होता तो इस नलकूप से कई गांवों के किसान लाभान्वित होते.
'नलकूप बनने से किसानों को हुई थी खुशी'
नयागांव में किसानों को दान दी गई जमीन पर सरकार ने नलकूप का निर्माण करवाया. उस वक्त इसको लेकर किसानों के खुशी का ठिकाना नहीं था. लेकिन उनकी खुशी को झटका तब लग गया. जब दशकों बीत जाने के बावजूद भी यह नलकूप महज हांथी का दांत दिखाने वाला साबित होकर रह गया है. हालात यह है कि जो भी उपकरण लगे थे. अब उनमें भी जंग लग चुकी है.