बगहा: अनुमंडल क्षेत्र के सैकड़ों किसान फसल क्षति के मुआवजे को लेकर कृषि विभाग के दफ्तर का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन किसानों की अधिकारी से मुलाकात ही नहीं हो पा रही है. किसानों का आरोप है कि पिछले सप्ताह बेमौसम हुई बारिश ने उन्हें बर्बादी के कगार पर ला दिया है और विभाग फसलों के क्षति का टेबुल रिपोर्टिंग कर उनके साथ खिलवाड़ कर रहा है.
बेमौसम बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर
दरअसल पिछले हफ्ते बेमौसम हुई बरसात से किसानों के जरिए लगाए गए रवी और दलहन-तिलहन फसलों को काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में किसानों पर चौतरफा मार पड़ रही है. वहीं, किसान अब अपने नुकसान हुए फसलों के मुआवजे के लिए दफ्तरों का चक्कर लगा रहे हैं.
फसलों की क्षति का प्रतिवेदन बिना क्षेत्र भ्रमण किए भेजी गई फसल क्षति की रिपोर्ट
किसानों ने कृषि कर्मियों पर टेबल रिपोर्टिंग कर फसल क्षति पूर्ति की रिपोर्ट भेजने का आरोप लगाया है. किसानों का कहना है कि कृषि कर्मियों ने बिना क्षेत्र भ्रमण किये और बिना किसानों से मिले ही फसल क्षति पूर्ति का आंकड़ा विभाग को भेज दिया है. जिससे उनके मुआवजे मिलने पर ही संकट आ पड़ा है.
दफ्तर में नहीं रहते हैं प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी
किसानों को बताया जा रहा है कि कृषि पदाधिकारी तीन प्रखंडों के चार्ज में हैं. इसलिए यहां कम रहते हैं. इतना ही नहीं अनुमंडल कृषि पदाधिकारी का पद भी बगहा में 6 वर्षों से रिक्त पड़ा है. ऐसे में अन्नदाताओं के लिए कृषि विभाग के अधिकारी भगवान से कम नहीं हैं. जिनसे इनकी मुलाकात ही नहीं हो पा रही है. हालांकि एसडीएम विशाल राज को ईटीवी संवाददाता ने इस मामले से अवगत कराया तो उन्होंने जांच करने की बात कही है.