पश्चिम चंपारण:चनपटिया किसान सलाहकार की ओर से काली पट्टी बांधकर एप्प आधारित गैर विभागीय कार्यों का बहिष्कार करना कृषि विभाग के लिए महंगा साबित हो रहा है. इस आशय की जानकारी देते हुए पश्चिम चंपारण किसान सलाहकार संघ महासचिव संजीव कुमार राय ने बताया कि विगत 10 वर्षों से कृषि विभाग में कार्यरत किसान सलाहकार, कृषि विभाग के तकनीकी-गैरतकनीकी कार्यों के अलावे ओडीएफ, निर्वाचन, बाढ़ राहत, श्रावणी मेला, कोविड-19 में हरेक स्तर की ड्यूटी करते आ रहे हैं.
पश्चिम चंपारण: किसान सलाहकारों ने काली-पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन - Farmer advisers protest in chanpatiya
पश्चिम चंपारण में किसान सलाहकारों ने काली-पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसान सलाहकारों ने मांग पर जल्द ही विचार करने की अपील की.
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सहायता योजना का बहिष्कार
16 अगस्त से काली पट्टी बांधकर किसान सलाहकार के लिए जारी किए गए राज्यादेश 1304 के अनुसार केवल कृषि का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. एक एप्प आधारित कार्य सभी खेत फसल सहायता योजना का बहिष्कार करते नजर आ रहे हैं. जिस रफ्तार से सर्वे कार्य चल रहा है वैसे एक वर्ष सर्वे में लग जाएगा.
मांग पर करें विचार
अगर विभाग कार्य जल्दी करवाना चाहता है तो किसान सलाहकार के मांग पर जल्द ही विचार करें. प्रदर्शन करने वालों में आशुतोष कुमार चौबे, बृजेश कुमार, विनोद कुमार मिश्र, जितेश्वर तिवारी, उमेश कुमार राय, रविरंजन प्रभाकर, राजीव रंजन ठाकुर, राजेश्वर सिंह, रंजीत कुमार, बिट्टू कुमार सिंह, रामेश्वर कुमार, एहसान अली, जयप्रकाश वर्मा, आलोक वर्मा आदि शामिल रहे.
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