बेतियाःनरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के अभाव में मरीज की मौत हो जाने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर बवाल काटा है. परिजनों ने कहा कि मरीज तड़पता रहा, लेकिन ऑक्सीजन खत्म होने के हवाला देकर अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया. परिजनों ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से सवाल पूछते कहा कि व्यवस्था क्या है, ये तभी पता चलेगा जब आपके यहां भी ऐसी नौबत आएगी.
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स्वास्थ्यकर्मियों से की धक्का-मुक्की
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब मरीज हरिन्द्र सिंह को अस्पताल लाया गया, तो डॉक्टरों ने ऑक्सीजन की कमी का हवाला देते हुए इलाज करने से मना कर दिया. कई घंटे तक मरीज तड़पता रहा और काफी देर के बाद आए एक डॉक्टर ने मरीज को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और जमकर बवाल काटा. हंगामे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे शिकारपुर थानाध्यक्ष संदीप गोल्डी, सीओ राहुल कुमार और डीसीएलआर अजय कुमार ने काफी समझा-बुझाकर मामले को शांत करवाया.
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'8 डॉक्टरों पर कार्रवाई की अनुशंसा'
बता दें कि बीते दिनों अनुमंडल अस्पताल के 8 चिकित्सकों की लापरवाही को लेकर सिविल सर्जन ने कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से अनुशंशा भी की है. लेकिन इसके बाद भी लगभग हर रोज लापरवाही की घटनाएं सामने आ रही है. बताते चलें कि हाल ही में ठेला पर मरीज को अस्पताल लाने को लेकर भी अस्पताल प्रशासन की फजीहत हुई थी.