बेतिया: शिकारपुर थाना के नंदपुर रेलवे ढाला के पास एक शख्स से 2 लाख रुपए की छिनतई का मामला फर्जी पाया गया है. पुलिस की जांच में पैसे की लेन-देन में दो पक्षों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. जिसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर पैसा छिनने का आरोप लगाया था. हालांकि दूसरे पक्ष के थाना पहुंचने पर पुलिस ने जांच शुरू की तो, छिनतई का मामला झूठा निकला.
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मारपीट करने का आरोप
इस संबंध में एक पक्ष के भसुरारी गांव निवासी संतोष कुमार ने आरोप लगाया था कि वह एक सीएसपी का संचालक है. वह दो लाख रुपए लेकर आ रहा था, तभी नंदपुर रेलवे ढाला के पास सहोदरा थाना के राजपुर कामता गांव निवासी नुरूलहोदा और आमीर नामक व्यक्ति उसको रोककर मारपीट करने लगा. इस दौरान उन्होंने उसके पास से दो लाख रुपये छिनकर फरार हो गए.
वहीं नुरूलहोदा ने आरोप लगाया है कि संतोष कुमार एक निजी बैंक का एजेंट है. बैंक में रुपए जमा कराने के लिए उसने एक लाख रुपए दिए थे. इसके अलावा 10-10 हजार रुपए दो बार दिया था. जिसका रसीद संतोष ने उनको नहीं दिया. जब रुपए जमा कराने का रसीद मांगा, तो मारपीट करने लगा.
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"मामले में दोनों पक्षों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी. पूछताछ में दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि छिनतई की घटना नहीं हुई थी. पैसे की लेन-देन में हल्का विवाद हुआ था. दोनों पक्षों के आपसी सहमती पर हिरासत में लिय गये लोगों को बांड पर हिदायत देते हुए छोड़ दिया गया है"-के.के गुप्ता, शिकारपुर थानाध्यक्ष