बेतिया(वाल्मीकिनगर):गंडक नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी की वजह से नदी के किनारे बसे किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. जिसकी वजह से किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद अभी तक सरकार की ओर से किसानों के फसल के लिए न तो सर्वे कराया जा रहा है और न ही आवेदन लिया जा रहा है. ऐसे में नाराज किसानों ने बाढ़ के पानी मे खड़े होकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
बाढ़ से हुई फसल क्षति के मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन, किसानों ने किया हंगामा - गंडक नदी
बेतिया के वाल्मीकिनगर में बाढ़ की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि हम किसान का आधार खेती ही है. वह भी बाढ़ की वजह बर्बाद हो गया है. ऐसे में हमारा जीवन काफी कठिन हो गया है.
![बाढ़ से हुई फसल क्षति के मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन, किसानों ने किया हंगामा Demonstration demanding compensation for crop damage](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-05:41:46:1596543106-bh-vlk-01-protest-bhc10121-04082020173220-0408f-1596542540-61.jpg)
मधुबनी प्रखंड के किसानों ने किया प्रदर्शन
मधुबनी प्रखंड के किसानों ने फसल का सर्वे करवाकर जल्द मुआवजे की मांग की. किसानों ने बाढ़ के पानी में खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. मधुबनी प्रखंड के खितहवा पंचायत के किसानों ने बताया कि भारी बारिश के कारण खेतो में अधिक पानी लग गया है. जो लगातार करीब तीन सप्ताह से खेतो में जमा हुआ है. अधिक समय तक पानी लगने से धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. ग्रामीणों ने कहा कि आज तक सरकारी महकमे की ओर से कोई भी अधिकारी इलाके का जायजा लेने नहीं आए.
कृषि कर्मियों से सर्वे कार्य करने का दिया निर्देश
प्रखंड कृषि अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि कृषि कर्मियों को फसल क्षति का आकलन करने के लिए एक एक किसान का सर्वे कर रिपोर्ट तलब की गई है. रिपोर्ट मिलते ही उच्चाधिकारियों को भेजकर मुआवजे को देने की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही किसानों की समस्याओं से छुटकारा दिला दिया जाएगा.