बेतिया: पश्चिम चंपारण में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के द्वारा रंगदारी मांगी जा रही है. इंडो-नेपाल बॉर्डर के समीप सिकटा और मैंनाटाड़ थाना क्षेत्र में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य बताकर व्हाट्सएप कॉल से बड़े व्यवसायी व डॉक्टर से रंगदारी मांगी गयी है. इस पूरे मामले में धमकी देने के लिए नेपाली मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया है. एफआईआर दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह साइबर अपराधियों का काम है.
"यह साइबर ग्रुप का काम है. बड़े गैंग का नाम लेकर ठगी का काम कर रहे हैं. साइबर अपराधी व्हाट्सएप कॉल कर नेपाली नंबर से इंडो-नेपाल बॉर्डर के समीप बॉर्डर पारकर बड़े कुख्यात अपराधियों के नाम पर रंगदारी मांगने का काम कर रहे हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. जल्द ही इसका खुलासा कर लिया जाएगा."- अमरकेश डी, बेतिया एसपी
क्या है मामलाः पश्चिम चंपारण में इंडो नेपाल बॉर्डर के आसपास के इलाकों में एक हफ्ते में व्हाट्सएप कॉल कर दो बार रंगदारी मांगी गई है. रंगदारी मांगने वाला अपने आप को कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई का सदस्य बता रहा है. पहला मामला इंडो-नेपाल बॉर्डर स्थित पुरुषोत्तमपुर थाना का है. जहां 7 दिसंबर को एक डॉक्टर के बेटे से 12 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. दूसरा मामला इंडो नेपाल बॉर्डर के समीप सिकटा थाना का है. जहां कास्टमेटिक व्यवसायी से 15 लाख की रंगदारी मांगी गई है.