बेतिया(गौनाहा):किसान बिल को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है. प्रखंड के विभिन्न जगहों पर माले कार्यकर्ताओं ने किसानों के प्रति तीन अध्यादेश बिल पास करा देने पर विरोध दिवस मनाया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार पर उनकी हकमारी करने का आरोप लगाया.
बेतिया: किसानों के प्रति तीन अध्यादेश बिल पास करने को लेकर माले कार्यकर्ताओं ने मनाया 'विरोध दिवस'
बेतिया के गौनाहा में भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने किसान बिल के खिलाफ मोर्चा खोला. उन्होंने किसानों के प्रति लाए गए तीन अध्यादेशों को पास कराने पर विरोध दिवस मनाया.
धमौरा में विरोध प्रदर्शन कर रहे माले कार्यकर्ता नंदकिशोर महतो और अन्य ने बताया कि किसान विरोधी काले कानून के विरोध में 250 से ज्यादा किसान समर्थकों की ओर से शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसके समर्थन में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले गौनाहा प्रखंड के विभिन्न गांवों में विरोध दिवस मनाया गया है. उन्होंने सरकार से इस बिल को अविलंब वापस लेने की मांग की.
बीजेपी पर लगाया किसानों को धोखा देने का आरोप
प्रदर्शन कर रहे माले कार्यकर्ताओं ने बताया कि रामकेश्वर राम के नेतृत्व में अररीया बरवा, नंद किशोर महतो के नेतृत्व में धमौरा गांव में विरोध दिवस मनाया गया. भाकपा माले के नेता लालजी यादव ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों के प्रति तीन अध्यादेश बिल पास किया है, जो अंग्रेजों के काले कानून से बढ़ कर है. मोदी सरकार किसानों को कार्पोरेट के हवाले सौंप रही है. इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जिस तरह से अंग्रेजों ने नील की खेती करा कर जबरन किसानों की जमीन हड़प ली थी, ऐसे काला कानून को किसान कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. सरकार खेती किसानों और देश के खाद्य सुरक्षा की गुलामी के कृषि संबंधित तीनों बिल को वापस लें. उन्होंने बिल वापस नहीं लेने पर आने वाले समय में और तीखा संघर्ष करने की चेतावनी दी.