बेतिया(वाल्मीकिनगर): यूपी से बिहार की सीमा में पहुंचे टिड्डियों के दल को मधुबनी प्रखंड से भगाने में प्रशासन ने सफलता पा ली है. इस कामयाबी में ग्रामीणों का सहयोग भी सराहनीय रहा. सुबह में प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने ग्रामीणों के असहयोग का आरोप लगाया था. बीएओ ने कहा था कि टिड्डियों के डर से ग्रामीण घर में दुबके रह रहे हैं. इससे प्रशासन को जो सफलता मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल पा रही है.
दवा का छिड़काव कराते अधिकारी ग्रामीणों ने किया सहयोग
इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चला कर लोगों को जागरूक किया. खबर के प्रकाशित होने के बाद ग्रामीण एकजुट होकर टिड्डियों को भगाने में प्रशासन के साथ कदम से कदम मिला कर चले. जहां प्रशासन ने दवा छिड़क कर अपने दायित्वों का निर्वहन किया, वहीं ग्रामीणों ने साथ में ढोल, बाजे, थाली, टीन आदि ध्वनि यंत्रों के साथ टिड्डियों को भगाने में प्रशासन का सहयोग किया.
घर में दुबके रहे लोग
शनिवार की शाम टिड्डियों का दल यूपी सीमा को पार कर गंडक पार के मधुबनी प्रखंड के दहवा में प्रवेश किया. जिसके बाद तेज गति से तमकुहा, दौनाहा और धनहा सहित आस-पास के गांव और सरेह में आ गए. इसको देख कृषि कर्मी और अन्य प्रशासन के लोग सक्रिय तो हुए, लेकिन टिड्डियों के डर से ज्यादातर लोग घर में ही दुबके रहे. इससे उन्हें भगाने में दिक्कत हुई.
टिड्डियों को भगाने में मिली सफलता
रात होने के बाद अंधेरे में टिड्डियों ने पेड़ का सहारा लिया. इसको देख कृषि कर्मियों ने बिना समय गंवाए दवा का छिड़काव शुरू कर दिया. दवा का छिड़ाकाव काफी हद तक फायदेमंद हुआ. लेकिन बारिश के कारण दवा का प्रभाव पूर्ण रूप से नहीं हो पाया. इसको लेकर प्रशासन की नींद उड़ गई थी. हालांकि रविवार को दोपहर बाद ग्रामीणों के सहयोग से उस पर काबू पा लिया गया. बीएओ संजय कुमार शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग और जिला कृषि पदाधिकारी के अथक प्रयास से टिड्डियों को भगाने में सफलता मिली. उन्होंने बताया कि मधुबनी प्रखंड टिड्डियों के आतंक से मुक्त हो गया है.