पश्चिम चंपारणःजन सुराज पदयात्रा के 34वें दिन शुक्रवार काे प्रशांत किशोर ने योगापट्टी प्रखंड के नरसिंह नारायण सिंह स्टेडियम स्थित पदयात्रा शिविर में मीडिया से बात की. जहां उन्होंने जिले की समस्याओं का जिक्र किया, साथ हीं दलित बस्तियों के हालात पर (condition of Dalits and Mahadalits in Bihar) चिंता व्यक्त की. प्रशांत किशोर ने कहा कि दलित-महादलित टोलों में स्थिति इतनी विकराल है कि ज्यादातर घरों में चौकी-खटिया भी नहीं है. आज भी लोग जमीन पर अपनी झोपड़ी या मिट्टी के घर में सोते हैं. अगर बरसात में या किसी वजह से घर में पानी घुस गया तो 3-4 महीने चाचर लगा कर ही सोना पड़ता है. और यह तब है जब दलित-महादलित के नाम पर यहां 12-15 साल से राजनीति हो रही है.
इसे भी पढ़ेंः प्रशांत किशोर बनाएंगे राजनीति पार्टी?: बोले- '12 नवंबर को तय होगा'
बेतिया में अधिवेशन होगाः प्रशांत किशोर ने बताया कि जन सुराज पदयात्रा के माध्यम से वो हर रोज़ लगभग 20 से 25 किमी की दूरी तय कर रहे हैं. 3-4 दिन पर वो एक दिन रुक कर पदयात्रा के दौरान जिन गांवों और पंचायतों से वो गुजर रहे हैं, वहां की समस्याओं का संकलन करते हैं. उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को जन सुराज अभियान के पश्चिम चंपारण जिले का अधिवेशन बेतिया (Jan Suraj Abhiyan meeting in Bettiah) में होगा. जहां जिले के जन सुराज अभियान से जुड़े सदस्य उपस्थित रहेंगे और लोकतांत्रिक तरीके से वोटिंग के माध्यम से तय करेंगे की दल बनना चाहिए या नहीं. साथ ही पश्चिम चंपारण जिले के सभी बड़ी समस्याओं पर भी मंथन कर उसकी प्राथमिकताएं और समाधान पर निर्णय होगा. पंचायत स्तर पर समस्याओं और समाधान का ब्लूप्रिंट भी तैयार किया जाएगा.