पश्चिमि चंपारण (बगहा):जिले के नो मेंस लैंड इलाके में आई बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिए प्रशासन ने कम्युनिटी किचन का प्रबंध किया है, जिसके तहत 200 परिवारों के 500 लोगों को सुबह-दोपहर और शाम में खाना खिलाया जा रहा है और जो लोग गांव के बांध पर शरण लिए हुए हैं उनके लिए खाना पैक कर भेजवाया जा रहा है.
लोगों के लिए शुरू हुआ कम्युनिटी किचन
बगहा अंतर्गत इंडो नेपाल सीमा के नो मेंस लैंड पर आई बाढ़ ने सैकड़ों परिवार को अपने जद में लिया है. ज्यादा पानी बढ़ जाने और सम्पर्क पथ भंग हो जाने के बाद एसएसबी और ग्रामीणों ने अधिकांश लोगों को नाव से रेस्क्यू कर राजकीय उच्च विद्यालय भेड़िहारी में सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है जिनके लिए प्रशासन ने कम्युनिटी कीचन का प्रबंध किया है.
बाढ़ पीड़ितों के लिए तीनों समय भोजन का प्रबंध किया गया है. 200 परिवारों के तीनों समय बनाया जा रहा है भोजन
भेड़िहारी स्थित इस विद्यालय में रमपुरवा पंचायत के मुखिया सुमन सिंह और प्रशासन के नेतृत्व में विगत तीन दिनों से सामुदायिक किचन की शुरुआत कर तकरीबन 200 पीड़ित परिवारों के 500 लोगों को सुबह-दोपहर और शाम का भोजन कराया जा रहा है. बगहा दो प्रखण्ड के बीडीओ प्रणव गिरी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पीड़ित परिवारों का रेजिस्ट्रेशन करा उनके भोजन का प्रबंध किया गया है.
बाढ़ पीड़ितों को पहुंचाया जा रहा भोजन
बता दें कि गण्डक नदी से 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद स्थिति काफी भयावह हो गई थी जिसके बाद ईटीवी भारत ने लोगों के समस्या को सामने लाया और फिर प्रशासन ने सुधि लेते हुए पीड़ितों के लिए भोजन का प्रबंध किया है. जो लोग अपने घरों और माल जाल की सुरक्षा के लिए गांव के बांध पर शरण लिए हैं उनके लिए भी भोजन पैक कराकर भेजा जा रहा है. वहीं, सूखा राशन का भी वितरण कराया गया है.
शासन ने किया कम्युनिटी किचन का प्रबंध