बगहा: ईटीवी भारत की खबर का फिर असर हुआ है. खबर चलने के बाद जिला प्रशासन (District Administration) हरकत में आया है और इंडो नेपाल सीमा (Indo Nepal Border) स्थित नो मेंस लैंड अंतर्गत चकदहवा में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए कम्युनिटी किचन (Community Kitchen) की व्यवस्था की गई है. डीएम के निर्देश वहां अधिकारी भी कैम्प कर रहे हैं.
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ईटीवी भारत की खबर का असर
16 जून को नो मेंस लैंड स्थित चकदहवा और झंडू टोला में प्रलयंकारी बाढ़ ने काफी तबाही मचाई. झंडू टोला चकदहवा स्थित एसएसबी कैम्प (SSB Camp) भी पानी में डूबा हुआ था. तबाही की मंजर को सबसे पहले ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने अपने कैमरे में कैद किया और प्रमुखता से खबर दिखाई. जिसके बाद हरकत में आई जिला प्रशासन (District Administration) की टीम ने जायजा लिया.
गांव में पहुंचे सीओ और एसडीएम
ईटीवी भारत (ETV Bharat) ने 17 जून को ग्राउंड ज़ीरो से खबर दिखाई थी कि "कहीं मचान पर है आशियाना तो कहीं चौकी पर बन रहा है खाना". इस खबर को दिखाने के बाद डीएम कुंदन कुमार (DM Kundan Kumar) ने बगहा के अधिकारियों को निर्देशित किया कि शीघ्र वहां लोगों की मदद पहुंचाई जाए. उसके बाद सीओ राकेश कुमार (Rakesh Kumar) और उप अनुमंडल पदाधिकारी सरफराज नवाज (Sarfaraz Nawaz) सहित एनडीआरएफ (National Disaster Response Force) के सदस्य बाढ़ प्रभावित गांव में पहुंचे और लोगों से हाल चाल जाना.
दो जगहों पर चल रहा है कम्युनिटी किचन
चकदहवा (Chakdahwa), बिन टोली और झंडू टोला यानी तीन जगहों पर प्रशासन ने 18 जून से कम्युनिटी किचन की शुरुआत की है. जिसमें बाढ़ प्रभावित सभी लोगों के लिए सुबह व शाम का खाना बन रहा है.
इसके अलावा लोगों के बीच सूखा राशन भी बांटा गया है. अधिकारी यहां लगातार कैम्प कर रहे हैं और उनकी निगरानी में लोगों को भोजन दिया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि ईटीवी भारत (ETV Bharat) के आने के बाद अधिकारियों ने सुध ली है.