बगहा:जिले के नगर परिषद में कार्यरत अमित कुमार दूबे बगहा वासियों के लिए रियल लाइफ पैडमैन बनकर उभरे हैं. विश्व महावारी दिवस के दिन इन्होंने अपने सहयोगी कर्मचारी शिप्रा कुंडू के साथ मिलकर एक अभियान शुरू किया. जिसका नाम मिशन अनिवार्य दिया गया. इसके तहत महिलाओं के बीच अब तक पश्चिमी और पूर्वी चम्पारण में हजारों नैपकिन पैड बांटा जा चुका है.
बगहा: रियल लाइफ पैडमैन बना नगर परिषद का ये कर्मी, मिशन अनिवार्य के तहत बांटे हजारों सेनेटरी पैड
बगहा नगर परिषद में कार्यरत अमित कुमार दूबे जिन्होंने नैपकिन बांटने को लेकर एक मुहिम चलाई है. इस मिशन के तहत अब तक हजारों महिलाओं और युवतियों के बीच सेनेटरी पैड बांटे जा चुके हैं.
बिहार स्तर तक मुहिम चलाने का प्रयास
माहवारी के समय नैपकिन को लेकर झिझक और शर्मिंदगी आज भी युवतियों और महिलाओं में देखी जा रही है. इसी झिझक को खत्म करने और कई तरह के संक्रमणों से निजात दिलाने को लेकर अमित और उनकी सहयोगी नप कर्मी शिप्रा कुंडू ने यह अभियान चलाया है. इस मिशन अनिवार्य के तहत बिहार के सभी हिस्सों तक नैपकिन बांटने और लोगों को जागरूक करने की पहल की जा रही है. उनका यह जागरूकता अभियान लगातार जारी है.
माहवारी के रूढ़िवादिता पर आई थी फिल्म पैडमैन
साल 2018 में अक्षय कुमार की एक फिल्म पैडमैन आई थी. जिसमें माहवारी के समय में रूढ़िवादिता को दिखाया गया था. इसी रूढ़िवादिता को खत्म करने के लिए फिल्म के हीरो ने कम कीमत के नैपकिन पैड का उत्पादन करने की मशीन लगाई. इसके बाद महिलाओं को माहवारी के दरम्यान नैपकिन पैड का उपयोग करने को लेकर जागरूक किया था.