बेतिया: सामूहिक दुष्कर्म के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. बेतिया पहुंची बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने कहा कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म नहीं किया गया है. वहीं, उन्होंने ये भी जानकारी दी कि पीड़ित लड़की का मुजफ्फरपुर शेल्टर होम से कोई लेना देना नहीं है.
बता दें कि बेतिया में हुए सामूहिक दुष्कर्म के बाद जगह-जगह सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा था. वहीं, मंगलवार को पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक किसी प्रकार की एक्टर्नल इंजरी और इंटर्नल इंजरी का खुलासा नहीं हुआ है.
जानकारी देतीं महिला आयोग की अध्यक्षा क्या बोलीं महिला आयोग की अध्यक्षा
महिला आयोग की अध्यक्षा ने बताया कि पीड़िता का बयान उन्होंने ले लिया है. हम मौका-ए-वारदात पर जाकर पूरी पड़ताल करेंगे. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस से पीड़िता का कोई लेना देना नहीं है. लड़की सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा रही है. मौके पर सीसीटीवी कैमरे हैं, उसे देखकर पता चलेगा कि उसका अपहरण हुआ है या पीड़िता खुद गाड़ी में बैठी है. हालांकि मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है.
सामूहिक दुष्कर्म मामले में अब तक का खुलासा
- मंगलवार को एफएसएल की रिपोर्ट में एक्सटर्नल इंजरी नहीं होने की बात सामने आयी.
- एसपी और असिस्टेंट डायरेक्टर अम्बालिका त्रिपाठी ने की थी जांच.
- आरोपियों के घर जाकर हुई है पूछताछ.
- ग्रामीणों से भी हुई है पूछताछ.
- जिस पेट्रौल पम्प पर स्कॉर्पियो में तेल भराया गया था, वहां युवती ने खुद रुपये दिए.
- 500 रुपये दे युवती ने 300 का पेट्रोल भरवाया. इससे साफ होता है कि स्कॉर्पियों से अपहरण नहीं हुआ है.
क्या था मामला
मामला 13 सितंबर की देर रात का है. युवती का आरोप है कि 4 की संख्या में युवकों ने पहले तो उसका अपहरण किया, फिर चलती गाड़ी में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया.
कौन हैं चारों आरोपी
युवती ने आरोप लगाया कि स्कॉपियो से अपहरण कर जबरदस्ती मेरे साथ दुष्कर्म किया गया. पुलिस जांच में ऐसा मामला सामने नहीं आया है. यहां तक की जो चार आरोपी हैं वो युवती के सभी जान पहचान वाले हैं. एक युवती का मकान मालिक है, जिस मकान में युवती किराए पर रहती है. दो भाई हैं, जो सैलून चलाते हैं और अन्य युवती के गांव का ही है.
सभी जानने वाले हैं
पुलिस जांच में इनके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड के आधार पर इनके बीच पिछले 6 महीने से एक-दूसरे से बात करने का मामला सामने आया है. ऐसे में मेडिकल रिपोर्ट और एफएसएल टीम की जांच में एक्सटर्नल इंजरी का नहीं आना, युवती और सभी आरोपियों का एक-दूसरे से जान-पहचान होना, आपसी राजामंदी से जुड़ी वारदात की ओर इशारा कर रहा है.