बेतियाःराज्यकर्मी का दर्जा मिलने से बेतिया के शिक्षकों में जश्न का माहौल है. शिक्षकों ने सीएम को धन्यवाद देते हुए कहा कि नीतीश कुमार से बड़ा कोई नहीं है. शिक्षक ने पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के एक बयान को झूठा करार दिया. दरअसल, सुशील मोदी ने एक बयान में कहा था कि भगवान भी धरती पर आ जाएंगे तो शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं मिलेगा.
नया साल आने से पहले बिहार के शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया गया. बेतिया में नियोजित शिक्षकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी. शिक्षकों ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों का मान बढ़ाया है और उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा देने का काम किया है. उनके लिए यह बहुत बड़ा तोहफा है. शिक्षक चंदन कुमार ने बताया कि 'राज्यकर्मी का दर्जा मिलने से काफी खुशी है. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी प्रकट कर रहे हैं."
शिक्षकों ने कई बार किया आंदोलनः बता दें कि राज्यकर्मी का दर्जा की मांग को लेकर शिक्षकों ने कई बार आंदोलन किया. कई बार तो पुलिस की लाठी भी खानी पड़ी. एक लंबा संघर्ष के बाद शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया गया. बेतिया के शिक्षक राहुल कुमार ने बताया कि आज सीएम नीतीश कुमार और उनकी कैबिनेट ने सुशील मोदी के बयान को झूठा करार दिया है. आज नीतीश कुमार ने शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देकर बड़ा काम किया है. उनसे बड़ा कोई नहीं है.
"सरकार का यह कदम बहुत ही काबिले तारीफ है. इसके लिए बिहार के सभी शिक्षकों की ओर से सीएम, डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री को धन्यवाद देते हैं. एक समय था जब बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि भगवान भी धरती पर आ जाएं तो कभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं मिलेगा. आज सीएम ने उनके इस बयान को झूठला दिया."-राहुल कुमार, शिक्षक