बेतिया: जिले के साठी थाना क्षेत्र सतवरिया गांव के स्वतंत्रता सेनानी पंडित राजकुमार शुक्ला के नाम से जाना जाने वाला गांव सतवरिया के ग्रामीण संवेदक की लापरवाही का दंश झेल रहे हैं. जिसका जीता जागता प्रमाण फोटो में दिखाया गया है. यह वही सतवरिया है, जहां के निवासी पंडित राजकुमार शुक्ला थे. जिनके अथक प्रयास से 31 अप्रैल 1917 में महात्मा गांधी को लौरिया प्रखंड के सतवरिया गांव में अपने पैतृक घर पर ठहराए और साठी से निलहो के बिरुध सत्याग्रह प्रारंभ किए.
सड़क निर्माण का निर्णय
उनके गांव में विकास के नाम पर 25 मई 2017 तक उस गांव में एक पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो पाया था. जिसको लेकर चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के शुभ अवसर पर बिहार सरकार के मुखिया के आदेश पर एक आम सभा का आयोजन कर सड़क निर्माण का निर्णय लिया गया. जिसमें उस समय के तत्कालीन डीएम लोकेश कुमार सिंह और ग्रामीण कार्य विभाग के सभी वरीय पदाधिकारी मौजूद रहे.
निर्माण कार्य का आदेश
जिसकी निविदा जनवरी 2020 में निकाली गई और संवेदक अवधेश शुक्ला को सड़क निर्माण कार्य का आदेश विभाग ने दिया है. स्थानीय विधायक विनय बिहारी ने फरवरी में इस सड़क का शिलान्यास भी किया. लेकिन संवेदक ने सतवरिया मिडिल स्कूल से सतवरिया नॉर्थ पर सड़क निर्माण कराना था. लेकिन संवेदक ने दूसरे सड़क पर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया.
ग्रामीणों ने किया विरोध
इसका ग्रामीणों ने घोर विरोध किया. लेकिन संवेदक नहीं माने और निविदा में बताए गए सड़क के बदले बगल के सड़क का निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया. जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत डीएम बेतिया, बिहार सरकार के ग्रामीण मंत्री और ग्रामीण कार्य विभाग प्रमंडल मुजफरपुर को किया. तब आनन-फानन में सड़क पर मिट्टी भराई का कार्य कर काम को रोक दिया गया.