बेतिया: बिहार के बेतिया में स्थित उदयपुर वन्यप्राणी आश्रयणी सरैयामन में लोग प्रवासी पक्षियों के आने का इंतजार कर रहे हैं. हर साल यहां 100 से ज्यादा प्रजाती के पक्षियों की आने की संभावना होती है. पिछले साल यहां पर 26 प्रजातियों की पक्षियां आई थीं. अब किसी भी समय उनका आगमन हो सकता है, प्रवासी पक्षियों का सरैयामन में जनवरी के महीने में हर साल आगमन होता है.
ठंड के मौसम आते हैं ये पक्षी: तीन से साढ़े तीन वर्ष के प्रवास के दौरान इन पक्षियों का प्रजनन भी यहीं होता है. फिर ये बच्चों को अपने साथ लेकर वापस चली जाती हैं. वन प्रमंडल पदाधिकारी के अनुसार कभी भी सरैयामन में प्रवासी पक्षियों का आगमन हो सकता है. ठंड का मौसम आ गया है ऐसे में किसी भी समय वो साइबेरिया से यहां सकती हैं.
कई प्रकार की प्रवासी पक्षियां आती हैं नजर:जानकारों की माने तो पिछले साल हुई गणना में यहां 26 प्रजाती की पक्षियां मिली थी. वन विभाग के गणना में जो पक्षी मिली थी उनमें मुख्य रूप से पनकौआ, हेरोन, इग्रेट घोधिल, ब्रान विन, कींग फीशर की विभिन्न प्रजातियां, पर्पल स्वीन फर्न शामिल थी. पिछले वर्ष दो घंटे की हुई गणना में इतनी संख्या में प्रवासी पक्षी मिली थीं, जबकि इसमें और अधिक पक्षियों की उपस्थिति की संभावना थी.
नजर आईं एक हाजार से ज्यादा पक्षियां: पिछले सास यहां आई अधिकांश प्रवासी पक्षी दुर्लभ प्रजाति की थी. यहां दुर्लभ प्रजाति की पक्षियों का पाया जाना इस बात को साबित करता है कि यह क्षेत्र पक्षियों के आश्रय के लिए महत्वपूर्ण है. पिछली बार एक हजार की संख्या में पक्षी पाई गई थीं. पक्षियों की गणना इंटरनेशनल यूनियन फॉर कॉजवेंशन ऑफ नेचर की पहल पर कराई गई थी.