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बेतिया में कटहा नदी पर बने पुल का एप्रोच पथ ध्वस्त, कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

बेतिया के गौनाहा प्रखंड के मरजदी में कटहा नदी पर बना एप्रोच पथ पुल ध्वस्त हो गया है. गांव के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. मॉनसून की पहली बारिश में उफनती नदियों को देखकर ग्रामीणों को यह चिंता सता रही है कि अभी तो पूरा मॉनसून बाकी है.

एप्रोच पथ ध्वस्त
एप्रोच पथ ध्वस्त

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Published : Jun 15, 2021, 10:45 AM IST

पश्चिम चंपारणःखबर बेतिया ( Bettiah )से आ रही है, जहां जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात ( Flood Situation ) हो गए हैं. आलम यह है कि नरकटियागंज अनुमंडल के गौनाहा प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों में पहाड़ी नदियां कोहराम मचा रही हैं. गौनाहा प्रखंड के मरजदी में कटहा नदी (Katha River ) पर बनाएप्रोच पथ पुल ( Approach Bridge ) ध्वस्त हो गया है. जिसके कारण आवागमन पूरी तरह बाधित गया है. वही गांव के लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है.

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पहाड़ी नदियों का बढ़ रहा जलस्तर
लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकांश नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. नदियों ने रौद्र रुप धारण कर लिया है. गौनाहा प्रखंड क्षेत्र के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. ग्रामीणों को डर सता रहा है कि अभी मानसून की पहली बारिश ही हुई है. जबकि मॉनसून अभी पूरा मॉनसून बाकी है. हालात ऐसे ही रहे तो कटाव और बाढ़ के खतरों के बीच जिंदगी कैसे चलेगी?

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पिछले साल भी ध्वस्त हुआ था अप्रोच पथ
बता दें कि पिछले साल भी अमर ज्योति गांव में बनाया एप्रोच पथ पुल ध्वस्त हो गया था और इस साल मानसून की पहली बारिश में ही यह अप्रोच पथ का पुल ध्वस्त हो गया है. कमो-बेश वैसे ही हालात प्रखंड क्षेत्र के कई इलाकों का है. ग्रामीणों दहशत में जी रहे हैं.

तेजी से बढ़ रहा मॉनसून
इधर बंगाल की खाड़ी ( Bay of Bengal ) में सक्रिय चक्रवाती हवा और निम्न हवा के दबाव के क्षेत्र के साथ नमी की वजह से काफी तेजी सेमानसून( Monsoon ) आगे बढ़ रहा है. बिहार के साथ नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. गंडक नदी ( Gandak River ) के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. इससे तराई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

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गंडक का डिस्चार्ज लेवल 1 लाख के पार
मॉनसून की दस्तककी वजह से लगातार हो रही बारिश कई इलाकों के लिए खतरे की घंटी है. गंडक नदी ( Gandak River ) समेत पहाड़ी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. वहीं इसे लेकर वाल्मीकिनगर गंडक बराज से गंडक नदी में 108900.00 ( एक लाख आठ हजार नौ सौ ) क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. तराई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. वहीं इसके बाद गंडक का डिस्चार्च लेवल 1 लाख के पार हो गया है. इसे लेकर आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.

लगभग सभी जिलों में बारिश का अलर्ट
इधर बिहार में मॉनसून( Monsoon In Bihar ) के कारण सूबे के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है. मौसम विज्ञान केंद्र ( Meteorological Department ) पटना ने बिहार के कई जिलों के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है. मौसम वैज्ञानिकों ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई है. पटना, गया, जहानाबाद, अरवल, भोजपुर, सीवान, सारण, गोपालगंज, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, नालंदा, नवादा के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है.

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