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बगहा: विद्यालय बना शिक्षकों की गुटबाजी का अड्डा, छात्रों से हो रही पैसों की उगाही

भैरोगंज राजकीयकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में नामांकन और रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसों की उगाही की जा रही है. छात्रों ने इसको लेकर हंगामा किया और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आरोप लगाया.

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Published : Aug 24, 2020, 4:38 PM IST

Updated : Sep 19, 2020, 11:34 AM IST

भैरोगंज राजकीयकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
भैरोगंज राजकीयकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय

बेतिया(बगहा):जिले के भैरोगंज राजकीयकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छात्र-छात्राओं से नौवीं में नामांकन और दसवीं में रजिस्ट्रेशन के नाम पर मनमानी राशि वसूलने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक विद्यालय प्रबंधन की ओर से अधिक राशि वसूली जा रही है. बच्चों का कहना है कि विद्यालय के चपरासी और अन्य स्टाफ उनसे निर्धारित राशि से ज्यादा पैसा ले रहे हैं. साथ ही इसकी कोई रशीद भी नहीं दी जा रही है.

स्कूल में नामांकन प्रक्रिया जारी

विद्यालय की प्रधानाध्यापिका की मानें तो शिक्षकों की गुटबाजी की वजह से छात्र ऐसा आरोप लगा रहे हैं. पहले ही कोरोना संक्रमण की वजह से शिक्षण संस्थानों पर ताले लटक रहे हैं. जिससे स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. बावजूद इसके आगामी वर्ष होने वाले मैट्रिक और इंटर की परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन की अनुमति सरकार ने दी है. इसी आदेश पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की गई है.

छात्र लगा रहे पैसे की उगाही का आरोप
इनदिनों कई विद्यालयों से रेजिस्ट्रेशन के नाम पर छात्रों से अवैध उगाही की जा रही है. ताजा मामला भैरोगंज राज्यकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है. जहां छात्रों ने ज्यादा वसूली करने की शिकायत की. स्कूली बच्चों ने बताया कि मैट्रिक के रेजिस्ट्रेशन में 720 की बजाय 860 रुपया शुल्क लिया जा रहा है. वहीं नौवीं के लिए 275 के बदले 320 रुपया वसूला जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि प्रधान शिक्षिका के सह पर विद्यालय में पदस्थापित दो चपरासी उनपर ज्यादा पैसे देने का दबाव बनाते हैं.

प्रधानाध्यापिका ने आरोपों को नकारा
विद्यालय के छात्र-छात्राओं की शिकायत के बाबत जब प्रधानाध्यापिका से बात की गई तो उन्होंने एक सिरे से पैसे वसूलने की बात को खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में अधिकांश शिक्षक गैरहाजिर हैं. इस वजह से चपरासियों को रजिस्ट्रेशन के काम मे लगाया गया है. वे 20-25 रुपया ऑनलाइन फॉर्म भरवाने के एवज में ले रहे होंगे. उन्होंने कहा कि विद्यालय में शिक्षक दो गुटों में बंटे हुए हैं. उन्हीं में से विरोधी शिक्षकों ने बच्चों को उकसाया होगा.

शिक्षा पदाधिकारी ने भी गुटबाजी के बात को स्वीकारा
बता दें कि इस विद्यालय में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है. यह विद्यालय लंबे समय से शिक्षकों के गुटबाजी का अड्डा बना हुआ है. पिछले वर्ष भी यहां के एक चपरासी ने शिक्षक के साथ मारपीट की थी. जिसकी जानकारी शिक्षा पदाधिकारी को भी है. इस मामले पर भी बताते हुए प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि विद्यालय में शिक्षकों की गुटबाजी की खबर उन्हें भी है. लेकिन ज्यादा राशि वसूलने के मामला संज्ञान में नहीं है. उन्होंने कहा कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Sep 19, 2020, 11:34 AM IST

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