पश्चिमी चंपारण:पश्चिमी चंपारण में रामनगर के शिव मंदिर प्रांगण में गुरुकुल संचालित (Gurukul in Shiva temple premises of Ramnagar) होता है, जहां आज पढ़ रहे बच्चों के दादा और पापा समेत तीन पीढ़ियां नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं. दरअसल, रामनगर राजदरबार के तरफ से वर्ष 1972 में मंदिर प्रांगण में ही गुरुकुल के लिए एक कमरा दिया गया था, जहां बाल वर्ग से तीसरी कक्षा तक के बच्चों का निःशुल्क भविष्य संवारा जाता है.
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बगहा में निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था: गुरुकुल में पढ़ाने वाले 70 वर्षीय रामेश्वर ठाकुर (70 Year Old Guru Rameshwar Thakur) का कहना है कि जून 1972 से वह बच्चों को संस्कृत और अंग्रेजी समेत सभी विषयों का ज्ञान देते आ रहे हैं. यहां निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था राज दरबार की तरफ से शुद्ध वातावरण में किया गया है, ताकि देश के कर्णधारों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराई जा सके और शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ रखते हुए बच्चों के भविष्य को संवारा जा सके. गुरुकुल के गुरुजी बताते हैं कि बच्चे सेवा शुल्क के रूप में कुछ दें दे तब भी ठीक और ना दें तब भी वो शिक्षा का अलख आजीवन जगाते रहेंगे.