वैशाली: आपने अक्सर महिलाओं को घर में झाड़ू लगाकर घर के फर्श को चमकाते देखा होगा, लेकिन हम आपको एक ऐसे गांव की कुछ महिलाओं की बात बताने वाले हैं, जहां महिलाएं झाड़ू बनाकर (Making Broom) अपनी किस्मत चमका रही हैं. खबर वैशाली जिले के हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के पानापुर लंगा से है. जहां इस गांव की महिला पिंकी देवी ने अपने सूझबूझ का परिचय देते हुए झाड़ू बनाने का कुटीर उद्योग शुरू किया जो आज गरीब महिलाओं के स्वरोजगारका सशक्त जरिया बन गया है.
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कौन कहता है आसमां में सुराग नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो.. जी हां, इस कहावत को चरितार्थ का दिखाया है जिले के सदर थाना के पानापुर लंगा गांव की रहने वाली पिंकी देवी ने. 4 साल पहले पिंकी देवी ने अन्य ग्रामीण महिलाओं को जोड़कर यह काम शुरू किया था. अब यहां के बने झाड़ूओं की आसपास के इलाकों समेत कई जिलों में सप्लाई की जा रही है. पिंकी देवी ने बताया कि घर के दरवाजे और सामने की खाली पड़ी जमीन पर लगभग दर्जनभर महिलाएं झाड़ू बनाने का काम करती हैं.
'झाड़ू बनाने के लिए नारियल कसैली आदि के झाड़ नेपाल सहित अन्य जगहों से मंगाए जाते हैं. जिन्हें लोहे के तार से एक जगह बांधकर झाड़ू बनाने का काम महिलाएं करती हैं. गरीब महिलाओं को यहां काम मिल जाता है. 10 से 15 महिलाएं रोज यहां काम करती हैं. दिनभर में वे 200 से 250 रुपये कमा लेती हैं. 4 साल से ये काम कर रही हूं. 30 से 50 रुपये में एक झाड़ू बिकती है. मुजफ्फरपुर, पटना, हाजीपुर, वैशाली में इनकी सप्लाई की जाती है.':- पिंकी देवी, संचालिका
यहां काम करने वाली महिला रिंकू देवी ने बताया कि एक झाड़ू बनाने में महिलाओं को एक रुपए का मुनाफा होता है. 4 से 6 घंटे के काम में महिलाएं 300 के करीब झाड़ू बना लेती हैं. इस तरह घर के कामकाज व बच्चों की देखभाल करने के बाद झाड़ू बनाकर अपनी कमाई भी कर रही हैं. 4 साल पहले गरीबी से तंग आकर पिंकी देवी ने अन्य ग्रामीण महिलाओं को जोड़कर यह काम शुरू किया था. अब यहां का बना झाड़ू आसपास के भी कई जिलों में बेचा जाता है.
वैशाली के सदर थाना के पानापुपर लंगा गांव की रहने वाली पिंकी देवी के यहां के बने झाड़ूओं की राज्य विभिन्न जिले में सप्लाई की जा रही है. वर्तमान में पटना, दानापुर से लेकर मुजफ्फरपुर, वैशाली समेत कई इलाकों में आपूर्ति की जा रही है. वर्तमान में इनके यहां सैंकड़ो गरीब महिलाएं झाड़ू बनाने का काम कर रही हैं. वहीं उन्हें इस स्वरोजगार से जोड़ भी रही है.
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