वैशाली:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने आज प्रदेश के सभी पंचायतों में सोलर लाइट लगाने को लेकर इस योजना का शुभारंभ किया. इस योजना के उद्घाटन कार्यक्रम को देखने के लिए बिहार के वैशाली में वेबकास्टिंग किया गया था. जिसको देखने के लिए जमा हुए वार्ड सदस्य और पंचायत समिति के बीच जबरदस्त मारपीट का वीडियो तेजी से वायरल (Video of assault fast viral) हो रहा है.
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मारपीट का लाइव वीडियो: वायरल वीडियो में लात और घूंसे की बरसात हो रही है. वहीं पंचायत सचिव कुर्सी उठाकर वार्ड सदस्यों पर वार करते हुए दिख रहे हैं और यह सब कुछ महज चंद कुर्सियों के कम पड़ने के कारण हुआ है. मामला महनार थाना क्षेत्र के समरस्तपुर पंचायत का है. बताया जाता है कि मुख्यमंत्री के सोलर लाइट योजना के वेबकास्टिंग को देखने के लिए पंचायत के 13 वार्ड सदस्य और पंचायत सचिव संकर भगत जमा हुए थे.
कुर्सी को लेकर उलझे पंचायत सचिव और वार्ड सदस्य: कार्यक्रम का वेबकास्टिंग पंचायत के वार्ड नंबर 9 में स्थित अंबेडकर भवन में आयोजित किया गया था. जहां केवल 10 कुर्सियां ही रखी गई थी. जबकि वार्ड सदस्य 13 की संख्या में पहुंचे थे, साथ ही कुछ अन्य लोग मौजूद थे. इसी बात को लेकर वार्ड सदस्य और पंचायत सचिव के बीच कहासुनी शुरू हो गई. वार्ड सदस्यों ने पंचायत सचिव से कुर्सी के अलावा बैठने की कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो: इसी बात को लेकर पंचायत सचिव भड़क गए और मामले ने तूल पकड़ लिया. कहासुनी से शुरू हुई बात मारपीट में तब्दील हो गई. दोनों पक्षों से जमकर लात घूंसे चले. मामला इतना बढ़ा कि पंचायत सचिव को कुर्सी उठाना पड़ गया. जिसके बाद कुछ लोगों के और मुख्य रूप से मुखिया पति मुख्तार आलम के बीच-बचाव से झगड़ा को समाप्त किया गया. इस दौरान घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने अपने मोबाइल से पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
"मुख्य मंत्री के स्ट्रीट लाइट के कार्यक्रम देखने के लिए सभी जमा हुए थे. हमारे पंचायत में 13 वार्ड सदस्य हैं. जबकि जल्दी-जल्दी में सिर्फ 10 ही कुर्सी की व्यवस्था हो पाई थी. वहीं पंचायत के वार्ड सदस्यों के अलावा कुछ और लोग भी थे. कुर्सी कम पड़ने को लेकर पंचायत सचिव से विवाद खड़ा हुआ और जमकर मारपीट हुई. बाद में किसी तरह मामले को शांत कराया गया."-मुख्तार आलम, मुखिया पति
वही उप मुखिया पति धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि "वार्ड सदस्यों को जब कुर्सी की कमी हुई तो उन्होंने कोई और बैठने की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पंचायत सचिव को बोला था. जिस पर वह भड़क गए और अनाप-शनाप बोलने लगे. इसी से बात बढ़ गई. जिसके बाद पंचायत सचिव मारपीट करने लगे. यही नहीं घटना के बाद पंचायत सचिव ने अपने कपड़े को फाड़ लिया और झूठा आरोप लगाने लगे."-धर्मेंद्र कुमार, उप मुखिया पति
किसी तरह मामले को कराया गया शांत: मारपीट की घटना को लेकर वार्ड सदस्य संतलाल का कहना है कि 'कार्यक्रम में निश्चित तौर पर कुर्सी की व्यवस्था होनी चाहिए थी. कुर्सी की कमी होने के बाद सभी जमीन पर बैठने के लिए तैयार थे लेकिन उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया है. दूसरी ओर जब इस विषय में पंचायत सचिव शंकर भगत से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ था. यही कारण था कि उनका पक्ष सामने नहीं आ सका है.
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