वैशाली:बिहार के वैशाली में बीजेपी विधायक (BJP MLA in Vaishali) को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. इतना ही गुस्साए लोगों ने बीजेपी विधायक को भगा दिया. जिले के तिसीऔता थाना क्षेत्र में ग्रामीणों ने बीजेपी विधायक लखेंद्र कुमार रोशन को भगा दिया.
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दरअसल, 3 दिन पहले लखेंद्र कुमार रोशन के ही पैतृक पंचायत शाहपुर बिजरौली गांव में एक दलित युवती का शव गांव के ही पोखर में मिला था. बरामद युवती के साथ अपहरण के बाद दुष्कर्म और हत्या (Vaishali Girl Murder Case) की बात सामने आई थी. जिसके बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. बताया जाता है कि 1 सप्ताह पहले से ही युवती लापता थी, जिसको लेकर गांव के ही एक दबंग परिवार पर अपहरण का आरोप भी लगा था. पीड़ित परिवार ने दबंग परिवार से बेटी को वापस लौटाने की गुहार भी लगाई थी.
बीजेपी विधायक लखेंद्र कुमार रोशन का विरोध स्थानीय लोगों के सामने ही दबंग परिवार में 2 दिन में उसकी बेटी किरण को वापस करने का भरोसा भी दिलाया था. इसके एवज में उससे पुलिस केस ना करने के लिए चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन 6 दिन बाद गांव के ही पोखर से किरण का अर्धनग्न अवस्था में शव मिलने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर है. शव मिलने के बाद जहां आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया. वहीं, मामले को तूल पकड़ता देख राजनीति भी तेज हो गई है. सबसे पहले आरजेडी नेता शिवचंद्र राम, वर्तमान राजापाकर विधायक प्रतिमा कुमारी ने गांव में पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की. सभी ने जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है.
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इसके बाद ग्रामीण युवक-युवतियों ने कैंडल मार्च निकाला, लेकिन तब तक स्थानीय विधायक और ग्रामीण लखेंद्र पासवान के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. आज जब विधायक वहां पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें यह कहकर भगा दिया कि ग्रामीण होकर भी अब तक कहां थे, जब विपक्ष के नेता शिवचंद्र राम और प्रतिमा कुमारी पहुंची, तो अब क्या सिर्फ खानापूर्ति करने आए हैं. एक सप्ताह पहले लड़की का अपहरण हो गया था, जिसने अपहरण किया था उसके बारे में भी सभी लोग जानते हैं. मगर विधायक जी पूछने तक नहीं आए और जब लाश मिल गई तो भी शव देखने नहीं आए. ऐसे विधायक का होना और ना होना एक ही बात है, इसलिए उन्हें हम लोगों ने भगा दिया.
वहीं, स्थानीय उपेंद्र राम ने कहा कि स्थानीय विधायक को इसलिए भगा दिया, क्योंकि वह बगल गांव के हैं, यहां बहू-बेटी की इज्जत लुट गई, सत्यानाश हो गया और वह कान में तेल रखकर सोए हुए थे. उस दलित पर क्या भरोसा करें. वह दलित का विधायक नहीं है. यह जो बच्ची मरी है, यह सारे समाज की बच्ची है. 3 दिन से विधायक जी कहां थे, अभी चेहरा दिखा रहे हैं. ऐसी कौन सी बीमारी हो गई थी कि नहीं आए. विधायक के समय पर नहीं पहुंचने से आक्रोशित उपेंद्र राम ने आगे कहा कि तुम चुल्लू भर पानी में डूब कर मर क्यों नहीं गए.
बच्ची का अपहरण दुष्कर्म और हत्या जैसे आरोप पीड़ित पक्ष ने लगााए हैं. स्थानीय लोगों को मुख्य रूप से गुस्सा पुलिस प्रशासन से है, जहां अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने मौके पर लेट पहुंचे स्थानीय विधायक पर ही सारी भड़ास निकाल दी.
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