पटना:केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh On Familyism In Bihar Politics) ने समाजवाद को लेकर बयान देते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, राजतंत्र खत्म हो चुका है. पिछले गेट से यह लोग लोकतंत्र लाना चाहते हैं. इन्हें पहले पार्टी में नंबर वन की कुर्सी को खोलना चाहिए. जिसको आरक्षित कर चुके हैं. इसलिए समाजवाद की परिभाषा न दें.
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केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh In Vaishali ) सोनपुर के बाबा हरिहर नाथ मंदिर (RCP Singh at Baba Harihar Nath Temple) में जलाभिषेक और पूजा करने सोनपुर पहुंचे थे. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उन्होंने मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की. इसके बाद उन्होंने कहा कि, कोरोना के चलते मंदिर बंद था. बावजूद प्रतिदिन हमारे दो शुभेक्षु द्वारा दर्शन हो जाता है. मेरी कामना है कि विश्व में जो त्रासदी आई है कोरोना वह जल्दी समाप्त हो. बिहार के नेतृत्वकर्ता नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकसित प्रदेश बने.
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उन्होंने कहा कि, परिवारवाद और समाजवाद एक साथ चल ही नहीं सकता है. समाजवाद में जो समाज का अंतिम व्यक्ति है उसको भी अधिकार है कि, वह समाज की सेवा सर्वोच्च पद पर आकर करें. परिवारवाद में मेरे बाद मेरा बेटा, मेरी बेटी व मेरा पोता होता है. पुराना जो राजतंत्र था जो अब खत्म हो गया था. उसके पिछले गेट से यह लोग लोकतंत्र बुला रहे हैं.
हालांकि जब उनसे पूछा गया कि जदयू में भी कई लोग हैं जिनके बेटे पद को संभाल रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि, एमपी का बेटा अगर एमपी बनता है तो वह गलत नहीं है. लेकिन गलत यह है कि नंबर वन की कुर्सी को आरक्षित कर देते हैं और फिर यहां वहां आरक्षण मांगते हैं. उदाहरण देते हुए आरसीपी सिंह ने देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की बातें बताई.
"कोई एमपी है और उनके बाद उनका बेटा एमपी बनता है तो ये परिवारवाद नहीं है. परिवारवाद होता है नंबर वन की कुर्सी को आरक्षित कर देना. पहले नंबर वन की कुर्सी तो खोलो फिर आरक्षण की मांग करो. हमारे पास देखिए नंबर वन की कुर्सी जदयू में खुली हुई है, बीजेपी में खुला हुआ है. इस तरह की पार्टियों में नंबर वन की कुर्सी कोई भी प्राप्त कर सकता है. देश के राष्ट्रपति अभी कोविंद साहब हैं. हमारे प्रधानमंत्री जी का, हमारे मुख्यमंत्री जी का बैकग्राउंड देख लीजिए. यही लोकतंत्र की खासियत है. इसलिए ये लोग समाजवाद की नई परिभाषा न दे, इसके लिए बहुत पढ़ना पड़ता है."- आरसीपी सिंह, केंद्रीय मंत्री
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आरसीपी सिंह ने विशेष राज्य के दर्जे पर कहा कि, हमारे जो दोनों नेता है उनमें अच्छी अंडरस्टैंडिंग है और जनता ने जो वोट किया है उसमें 2025 तक के लिए जनता ने चुना है. इसमें हमारे नेता लगे हुए हैं. विशेष राज्य के दर्जा के मामले में कोई गतिरोध नहीं है. 2010 से हम लोग इस मांग को उठाते रहे हैं. इसके पीछे कारण है कि हम लोग कई विकास के मानक में पीछे हैं. इसलिए अनुरोध करते रहे हैं और आगे भी अनुरोध करते रहेंगे. ताकि जहां जहां पीछे हैं वहां राष्ट्रीय स्तर पर आ सके.
दरअसल तेजस्वी यादव ने कहा था कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोहरी बात बोलते हैं. उनके मंत्रिमंडल में ही 8 ऐसे मंत्री हैं जो परिवारवाद से ही आते हैं. तेजस्वी यादव ने सम्राट चौधरी, सुनील कुमार, सुमित सिंह, नितिन नवीन, लेसी सिंह, सुमन मांझी, जयंत राज और अशोक चौधरी का नाम भी गिनवाया. साथ ही तेजस्वी यादव ने सीएम पर हमला करते हुए कहा कि, क्यों नहीं सभी मंत्रियों को नीतीश कुमार हटा देते हैं.उन्होंने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री ने तो सीएम के डीएनए पर सवाल उठाया था. जदयू का मतलब जनता का दमन और उत्पीड़न हमने नहीं पीएम ने बोला था. इसपर भी सीएम नीतीश को अपनी राय बता देनी चाहिए थी.
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