वैशाली: हाजीपुर के सदर थाना क्षेत्र के मदारपुर में हुए चर्चित अजय तिवारी हत्याकांड (Ajay Tiwari murder case ) में दो लाइजनर की गिरफ्तारी के बावजूद भी शूटर अब तक पुलिस की पहुंच से दूर है. घटनास्थल पर मिले सीसीटीवी वीडियो के आधार पर शूटर की पहचान कर ली गई है. इस हत्याकांड में लाइनर की भूमिका निभाने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. घटना बीते शनिवार को सुबह तब हुई थी, जब अजय तिवारी अपने किराना दुकान के काउंटर पर बैठे हुए थे और दो अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर दी थी. जिसमें मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से कई अहम सुराग जुटाए है. मृतक की पत्नी पिंकी देवी के बयान पर चार नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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दो लाइजनर गिरफ्तार: मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सबसे पहले सदर थाना क्षेत्र के चकाईमा के रहने वाले अर्जुन राय को गिरफ्तार किया था. अर्जुन राय से पूछताछ और निशानदेही के बाद अगले दिन नामजद आरोपी पवन राय की भी गिरफ्तारी की गई थी. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनसे पूछताछ कर घटना में शामिल अन्य आरोपियों की जानकारी हासिल कर ली है. जिसके बाद से अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. जिसमें मुख्य रूप से गोली चलाने वाले दोनों शूटर शामिल है जिसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गई है. बताया गया कि मृतक की पत्नी ने चार नामजद आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसमें सदर थाना क्षेत्र के चकाईमां और मदारपुर के रहने वाले आरोपियों से विवाद की बात बताई जा रही है. शराबबंदी से पहले एक आरोपी और अजय तिवारी के पार्टनर होने की बात भी बताई जा रही है. बाद में एक हत्याकांड में मुख्य आरोपी जेल चला गया था. जिसमें कुछ महीनों पहले ही वह जेल से बाहर आया था.