सोनपुर : आज कार्तिक पूर्णिमा है और इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है. ऐसे में बिहार के सोनपुर में बाबा हरिहरनाथकी महिमा अपरंपार है. देश के कोने-कोने से लोग बाबा हरिहरनाथ का दर्शन करने आते हैं. मान्यता है कि यहां दर्शन और पूजा से सांसारिक सुखों के अलावा भक्ति और मुक्ति की भी प्राप्ति होती है. गंगा और गंडक के संगम स्थल पर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर में एक ही शीला में नारायण और शिव दोनों वास करते हैं. यही कारण है कि गंगा और गंडक के संगम का जल शिला पर अभिषेक करने भीड़ उमड़ती है.
कार्तिक पूर्णिमा को हुआ था हरिहरनाथ का अवतरण : मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा को ही बाबा हरिहरनाथ का अवतरण हुआ था यही कारण है की बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां जल चढ़ाने आते हैं. अनुमान है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन 4 से 5 लाख की संख्या में श्रद्धालु यहां जल चढ़ाने आएंगे जिसको लेकर जिला प्रशासन और बाबा हरिहरनाथ न्यास समिति व्यवस्था को अंतिम रूप देने में लगा है. इस विषय में बाबा हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी बमबम बाबा ने बताया कि गंगा गंडक के संगम पर यहां नारायणी नदी है यह संगम स्थल है यहां पर श्रद्धालु स्नान करते हैं.
"श्रद्धालु यहां से स्नान करके बाबा हरिहरनाथ पर जलाभिषेक करेंगे इसके लिए यहां पर सभी तैयारी की जा रही है. ऐसा मानता है कि कार्तिक महीने में ही भगवान हरि और हर के रूप में प्रकट हुए थे वह कार्तिक पूर्णिमा को ही हुए थे. इसीलिए कार्तिक पूर्णिमा को यहां गंगा स्नान होता है और लाखों श्रद्धालु यहां गंगा गंडक स्नान के बाद जलाभिषेक करने आते हैं.मान्यता है कि शिला पर संगम का जल चढ़ाने से लोगों की मनौती पूरी होती है. उसके बाद सोनपुर मेला का भ्रमण करते हैं." -बमबम बाबा, पुजारी, हरिहरनाथ मंदिर