वैशालीःसोनपुर अनुमंडल का पहलेजा गांव बाढ़ से प्रभावित है. इसकी वजह से जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है. गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण दियारा इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है. वहीं, अनुमंडल अधिकारी बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार होने का दावा कर रहे हैं. सोनपुर एसडीओ शंभुशरण पांडेय ने बताया कि प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में एहतियात के तौर पर सभी व्यवस्था करने में जुटी हुई हैं.
गंगा के बढ़ते जल स्तर से हो रहा कटाव एसडीओ शंभुशरण पांडेय ने आश्वस्त किया कि संवेदनशील क्षेत्र में नाव की व्यवस्था से तमाम राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही हैं. वहीं, पीड़ित किसानों की तरफ से क्षेत्र में रिंग बांध की मांग पर भी प्रतिक्रिया दी. एसडीओ ने बताया कि इस विषय पर संबंधित विभाग के पास उचित माध्यम से सूचना भेजी जाएगी.
बाढ़ पीड़ितों पर बयान देते सोनपुर एसडीओ शम्भू शरण पांडेय किसानों ने की थी रिंग बांध की मांग
गौरतलब है कि ईटीवी भारत संवाददाता ने गंगा के तट पर बसे कई गांव का जायजा लिया था. यहां गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण कटाव शुरू हो गया था. सोनपुर प्रखंड के पश्चिम सबलपुर, उत्तरी, मध्य और पूर्वी पंचायत में पानी घुस गया था, जिसके कारण हजारों किसानों के बीच दहशत का माहौल था. किसानों ने बाढ़ से राहत दिलाने के लिए रिंग बांध निर्माण कराने की मांग की थी. किसानों ने पहलेजा घाट, गंगाजल, सबलपुर पंचायत और कालीघाट जैसे क्षेत्र को रिंग बांध से बंधवाने की अपील की थी.
2016 और 2018 में भी हुई थी तबाही
गौरतलब है कि 2016 और 2018 में भी इस क्षेत्र में बाढ़ ने काफी तबाही मचाई थी. दर्जनों घर गंगा के पानी मे समाहित हो गए थे. इसके अलावा लाखों की फसल भी बर्बाद हो गई थी. किसानों का कहना है कि हर साल बाढ़ से उनकी सब्जियां बर्बाद हो जाती हैं. ऐसे में उन्हें लाखों का नुकसान झेलना पड़ता है. सरकार की तरफ से उन्हें कोई मुआवजा भी नहीं मिलता है.