वैशाली: बिहार के वैशाली में पौराणिक शिवलिंग और नंदी की मूर्ति (Shivling and nandi In Gandak River) मिली है. जिले की नारायणी नदी में किसी व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद नदी में स्नान करने गए सोनू नाम के युवक को पहले एक शिवलिंग मिला. उसके कुछ ही देर बाद नदी के किनारे पर नंदी की भी मूर्ति मिली. उसके बाद दोनों शिवलिंग और नंदी की स्थापना कर लोगों ने पूजा शुरू कर दी. बताया जाता है कि शिवलिंग और नंदी की मूर्ति काले पत्थर के बने हैं, जोकि काफी पुराने भी हैं.
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नारायणी नदी में मिले शिवलिंग और नंदी: मामला वैशाली जिले के लालगंज गांव का है, जहां विशालकाय अरघा सहित शिवलिंग और भोलेनाथ की सवारी नंदी की मूर्ति बसंता घाट पर स्नान के दौरान मिले हैं. कुछ ही समय बीते थे कि नदी किनारे पर नंदी जी की मूर्ति भी नदी किनारे से मिली. जिसके बाद शिवलिंग और नंदी की मूर्ति दोनों को स्थानीय मां दुर्गा के मंदिर में लाया गया और लोगों ने श्रद्धा के साथ उनकी पूजा की.
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कैसे मिले शिवलिंग और नंदी: दरअसल जिले के लालगंज स्थित नुनु बाबू चौक के निवासी सोनू कुमार किसी व्यक्ति के अन्तिम संस्कार में शामिल होने बसंता घाट गया था. जहां अन्तिम संस्कार होने के बाद परंपरा के अनुसार नारायणी (गंडक) नदी के किनारे स्नान करने आया था. वहीं स्नान करते समय पानी के अंदर शिवलिंग जैसा कुछ दिखाई दिया. जिसके बाद अन्य लोगों की मदद से जब नदी से बाहर निकाला गया तो वह बड़े आकार का शिवलिंग था. मौजूद लोगों ने नदी से शिवलिंग को निकालने के बाद भोले नाथ का जयकारा लगाते हुए शिवलिंग और नंदी को लेकर स्थानीय जगदम्बा स्थान पहुंचे. उसी स्थान पर दोनों मूर्तियों को विधिवत स्थापित कर लोगों ने पूजा पाठ शुरू कर दी..
"हम लोग एक मंजिल (अन्तिमसंस्कार) में आये हुए थे. सारे काम समाप्त करने के बाद नदी में स्नान करने गये. जहां नदी में स्नान करते समय शिवलिंग और नंदी की भव्य मूर्ति मिला है.जिसे हम लोग नदी से निकाल कर यहां लेकर आये है. हमलोग इस शिवलिंग और नंदी के मूर्ति को आस्था के ख्याल से उठा कर यहां लाये हैं. हमलोग यहां पर स्थापित कर पूजा पाठ करेंगे."- सोनू कुमार, स्थानीय