वैशाली: बीजेपी के विधान पार्षद संजय पासवान के सीएम नीतीश कुमार को दिए नसीहत पर सियासत तेज हो गई है. आरजेडी विधायक डॉ. रामानुज प्रसाद ने नीतीश कुमार पर जमकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि जिस दिन नीतीश कुमार आरजेडी को छोड़कर बीजेपी में गए थे. उन्होंने उसी दिन खुद को आत्मसमर्पण कर दिया था.
आरजेडी विधायक रामानुज प्रसाद 'बीजेपी की डराने की फितरत'
आरजेडी प्रवक्ता और विधायक रामानुज प्रसाद ने नीतीश कुमार के साथ-साथ बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की डराने-धमकाने की पुरानी फितरत रही है. नीतीश कुमार भी डरकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. वरना आधी रात को एनडीए में शामिल होना इसका मतलब क्या हो सकता है. आरजेडी विधायक बताते हैं कि नीतीश कुमार का यूज एंड थ्रो का जो कॉन्सेप्ट है, अब उन पर ही इस्तेमाल हो रहा है, अब वह खुद यूज हो रहे हैं.
'जेडीयू के नए नारे पर ऐतराज'
आरजेडी विधायक ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अब तो सुशील मोदी भी जेडीयू के 'क्यों करे विचार' वाले नारा पर विचार कर रहे हैं. सुशील मोदी ने खुद कहा कि अभी चुनाव में समय है. अभी से इस पर चर्चा करने से कोई मतलब नहीं है. रामानुज प्रसाद आगे कहते हैं कि सुशील मोदी के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सीपी ठाकुर और भी कई मंत्रियों ने ट्वीट जारी कर इशारों-इशारों में अपनी नाराजगी जाहिर की है.
क्या है मामला?
बता दें कि बीजेपी के विधान पार्षद संजय पासवान ने सीएम नीतीश कुमार को नसीहत दी थी. उन्होंने कहा था कि नीतीश मॉडल नहीं अब नरेंद्र मोदी के चेहरे पर वोट मिलते हैं. नीतीश कुमार को केंद्र की राजनीति करनी चाहिए. मुख्यमंत्री पद बीजेपी के लिए छोड़ देना चाहिए. पासवान ने कहा था कि नीतीश को डिप्टी सीएम सुशील मोदी को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए.