सारण: सोनपुर प्रखंड के राहर दियारा क्षेत्र में रहने वाले हजारों ग्रामीणों की परेशानी अभी खत्म नहीं हुई है. बाढ़ के पानी में अभी भी सैकड़ों ग्रामीणों का घर डूबा हुआ है. प्रशासन द्वारा इन्हें डीआरएम कार्यालय के पास एक सामुदायिक भवन में शिफ्ट तो कर दिया गया लेकिन सुविधा के नाम पर इन्हें कुछ नहीं दिया जा रहा. बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने का सरकारी दावा खोखला साबित हो रहा है.
प्रशासन लगातार दावा कर रहा है कि बाढ़ पीड़ितों के लिये शिविर लगाया जा रहा है, सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन जब ईटीवी भारत ने यहां का जायजा लिया तो तस्वीरें चौंका देने वाली थी. इस सामुदायिक भवन में रह रहे लोग दाने-दाने को मोहताज हैं. मवेशियों के लिये चारा जुटाना भी मुश्किल होता जा रहा है. ये पीड़ित भूखे पेट रहकर किसी तरह जिंदगी बिताने को मजबूर हैं.
बाढ़ का कहर जारी
बता दें कि पिछले दिनों गंगा और गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर से इन क्षेत्रों में पानी घुस गया था जो अभी तक पूरी तरह से निकला नहीं है. सैकड़ों ग्रामीण ऊंचे स्थान पर शरण लिये हुए हैं. तकरीबन 20 दिनों से ये लोग बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. घर में पानी लगने से सब कुछ बर्बाद हो गया. अब न तो खाने के लिये अनाज बचा है, न अनाज खरीदने के लिये पैसे. खेतों में लगी फसलें भी नष्ट हो गईं.