हाजीपुर: चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath Puja 2021) आज (सोमवार) से शुरू हो रहा है. बिहार के हाजीपुर के रहने वाले तथा बैडमिंटन में पैरालिंपिक मेडल (Tokyo Paralympics) जीतने वाले प्रमोद भगत (Pramod Bhagat) की मां इस बार अपने बेटे के लिए लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियों में जुट गई हैं. प्रमोद भगत ने जापान की राजधानी टोक्यो में भारत का नाम रोशन कर बैडमिंटन में गोल्ड मेडल हासिल किया था.
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हालांकि प्रमोद विदेशी दौरे के कारण छठ पर्व में घर नहीं आ पाएंगे लेकिन उनकी मां मालती देवी इस बार अपने बेटे के लिए छठ व्रत की तैयारियों में जुट गई हैं. बेटे के पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के वह छठ व्रत कर रही हैं. प्रमोद भगत की मां मालती देवी ने बताया इस बार उनके बेटे ने देश का नाम रोशन किया है. इसलिए वे छठ की खास तैयारी कर रही हैं. उन्होंने बाजार से महापर्व छठ में उपयोग होने वाली कई वस्तुओं को खरीदा है.
वहीं, इस बार छठ में बैंड बाजा बजने के साथ मिट्टी के हाथी बैठाने की तैयारी की गई है. मालती देवी ने आगे बताया कि उनकी बात प्रमोद भगत से फोन पर हुई है. वह इस बार छठ पर्व में घर तो नहीं आ रहे हैं लेकिन छठ धूमधाम से मनाने की बात जरूर की है. मालती देवी का मानना है कि व्रत के प्रभाव से प्रमोद और भी देश दुनिया में भारत का नाम रोशन करेंगे.
बता दें कि जापान की राजधानी टोक्यों में हुए पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ी प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में भारत को प्रथम स्वर्ण पदक दिलाया था. इसके बाद प्रमोद भगत को भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के द्वारा अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. प्रमोद का घर वैशाली जिले के हाजीपुर सदर प्रखंड के सुभइ गांव में छठ घाट किनारे है. जहां उनके पिता रामा भगत, मां मालती देवी अन्य बच्चों के साथ रहते हैं. जबकि प्रमोद और उनके एक अन्य भाई आमोद भगत फुआ के यहां उड़ीसा में रहते हैं.
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