वैशाली:कोरोना संक्रमणबीते एक हफ्ते में बिहार में ऑक्सीजन की मांग (Oxygen demand in Bihar) बढ़ गई है. कोरोना के प्रथम और द्वितीय लहर में सबसे ज्यादा मारामारी ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए रही. इसको लेकर कई तरह की बातें भी सामने आती रहीं. यही कारण है कि कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) की आहट के बीच ईटीवी भारत ने लेट नाइट ऑक्सीजन दुकानों का रियलिटी चेक किया.
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बिहार के अन्य जिलों की तरह वैशाली में भी कोरोना की तीसरी लहर की आहट तेज हो रही है. कोविड-19 संक्रमितों के मिलने का सिलसिला (rising corona infection) जारी है. जिले के एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी और कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. जाहिर है कोरोना की तीसरी लहर अगर रफ्तार पकड़ती है तो इसमें एक बार फिर ऑक्सीजन की बड़ी मात्रा में जरूरत होगी. इससे पहले के कोविड-19 के दोनों लहरों में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन को लेकर समस्या देखी गयी थी.
कई जगहों से ऑक्सीजन ब्लैक करने, ऑक्सीजन को संग्रहित करने और ऑक्सीजन की कमी के आरोप लगते रहे थे. यही कारण है ईटीवी भारत ने ऑक्सीजन दुकान का लेट नाइट रियलिटी चेक किया. इस क्रम में हम हाजीपुर के मड़ाई चौक स्थित एक निजी ऑक्सीजन सिलेंडर दुकान पर पहुंचे. जहां दुकान के संचालक अनूप कुशवाहा ने बताया कि बीते 1 हफ्ते से ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ गई है. यहां 24 घंटे सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के साथ एंबुलेंस में ऑक्सीजन की सप्लाई भी होती है.