वैशाली: बिहार के सारण जिले के सोनपुर में एनआईए और झारखंड पुलिस रिटायर्ड बीएसएफ जवानके आवास पर छापेमारी ( Retired BSF Jawan Arun Kumar Singh ) कर रही है. यह छापेमारी पिछले 4 घंटे से की जा रही है. अरुण सिंह पर नक्सलियों से सांठगांठ का आरोप है और उनकी पहले भी गिरफ्तारी हो चुकी है.
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एनआईए और झारखंड पुलिस बीएसएफ जवान के सोनपुर स्थित आवास पर सामान और कागजात की जांच कर रही है. बताया जाता है कि सुबह से छापेमारी चल रही है. छापेमारी में दो बैंक कर्मियों को विटनेस के लिए शामिल किया गया है. हालांकि इस संदर्भ में एनआईए की टीम और झारखंड पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है.
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दरअसल, कुछ दिनों पहले बड़े पैमाने पर नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने की खबर मिली थी. इस मामले की सूचना मिलते ही झारखंड पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया. जांच में पाया गया कि वैशाली जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र के अरुण कुमार की की संलिप्तता सामने आई. जिसके बाद अरुण कुमार सिंह की गिरफ्तारी हुई. बताया जा रहा है कि अरुण कुमार सिंह ही नक्सलियों को मुख्य रूप से हथियार सप्लाई करते थे और इसके बदले में उन्हें मोटी रकम मिलती थी.
बता दें कि बीते 18 नवंबर को झारखंड एटीएस की टीम ने सारण जिले के सोनपुर थाना क्षेत्र के साहपुर से रिटायर्ड बीएसएफ जवान अरुण कुमार सिंह को गिरफ्तार था. एटीएस की टीम ने रिटायर्ड जवान के घर छापेमारी में करीब एक हजार जिंदा कारतूस जब्त किया था. रिटायर्ड जवान पर नक्सलियों और अपराधियों को गोली और हथियार आपूर्ति करने का आरोप लगाया गया था.
जानकारी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर के बेहद संवेदनशील इलाके पुलवामा में तैनात सीआरपीएफ जवान को झारखंड एटीएस की टीम ने हथियारों की तस्करी करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. जिसके बाद अरुण कुमार सिंह का नाम सामने आया. रांची से सारण आई एटीएस की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से बीएसएफ के रिटायर्ड जवान अरुण कुमार सिंह को गिरफ्तार किया. एटीएस की टीम के साहपुर गांव में पहुंचते ही वहां हड़कंप मच गया.
इस मामले में सोनपुर पुलिस और एसडीपीओ को भी कोई जानकारी नहीं दी गई थी. जब स्थानीय पुलिस अधिकारियों से इस मामले में बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है. हालांकि एटीएस की कार्रवाई के बारे में लोग भी अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं. हालांकि बताया जाता है कि एटीएस की टीम रिटायर्ड बीएसएफ जवान को गिरफ्तार कर अपने साथ रांची ले गई थी.
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